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जीतू पर शिकंजे से पुलिस को कितनी मिलेगी कामयाबी ?

स्याना प्रकरण में कोतवाल की हत्या के आरोप में पुलिस ने जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी पर शिकंजा कस दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Dec 2018 10:51 PM (IST)Updated: Sat, 08 Dec 2018 10:51 PM (IST)
जीतू पर शिकंजे से पुलिस को कितनी मिलेगी कामयाबी ?
जीतू पर शिकंजे से पुलिस को कितनी मिलेगी कामयाबी ?

मुकेश त्यागी, बुलंदशहर

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स्याना प्रकरण में कोतवाल की हत्या के आरोप में पुलिस ने जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी पर शिकंजा कस दिया है, लेकिन पुलिस के समक्ष चुनौती यह है कि जीतू की गिरफ्तारी के बाद भी क्या पुलिस को इस पूरे प्रकरण में कामयाबी मिलेगी? जीतू के भाई द्वारा जारी की गई वीडियो व निर्दोष होने सबूतों के दावे पुलिस अधिकारियों की पेशानी पर बल डाल सकते हैं।

तीन दिसंबर को बवाल के मामले में पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किए थे। एक मुकदमा बजरंग दल के जिला संयोजक योगेश राज की तरफ से सात गोकशों के खिलाफ नामजद किया गया था। दूसरा मुकदमा एसआइ सुभाष कुमार की तरफ से 27 बलवाइयों को नामजद करते हुए 60 अज्ञात बलवाइयों को आरोपित बनाया गया था। पुलिस ने योगेश राज को बलवे का मुख्य आरोपित बनाया था, लेकिन बलवे के दो दिन बाद मिली एक वीडियो के आधार पर पुलिस अधिकारियों ने 22 राष्ट्रीय राइफल में तैनात महाव गांव निवासी जितेंद्र मलिक उर्फ जीतू को कोतवाल की हत्या का आरोपित माना। पुलिस को जीतू को आरोपित साबित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी होगी, क्योंकि शनिवार को जीतू के बड़े भाई धर्मेंद्र ने मीडिया को एक वीडिया जारी किया है, जिसमें पुलिस द्वारा वीडियो में दर्शाए गए युवक से अलग होने का दावा जीतू के भाई ने किया है। अहम बात यह है कि पुलिस यह मानकर चल रही है कि कोतवाल की पिस्टल जीतू के पास है, लेकिन यहां यह सवाल भी पुलिस को कटघरे में खड़ा करता है कि जीतू हवाई जहाज से कैसे कोतवाल से छीनी गई पिस्टल ले जा सकता है? सवाल यह भी है कि पुलिस ने जीतू के गिरफ्तारी वारंट लेने से पहले उसके मोबाइल की सीडीआर व लोकेशन क्यों नहीं खंगाली? पुलिस की एफआइआर में बवाल के जिक्र का समय 13.35 बजे का दे रखा है, जबकि ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस को घटना की सूचना सोमवार सुबह छह बजे महाव गांव के पूर्व प्रधान राजकुमार ने पुलिस को दे दी थी? अभी पुलिस को ऐसे कई सवालों का जवाब जनता व मीडिया को देना है।

सैन्य अधिकारियों की मौजूदगी में पूछताछ की चर्चा

पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस के अधिकारी सैन्य अधिकारी या फिर उसके बड़े भाई धर्मेंद्र की मौजूदगी में जीतू से पूछताछ कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस जीतू से जानकारी प्राप्त कर पाएगी या नहीं, यह बड़ा सवाल है।


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