कैसे हो दंगल, खेल का मैदान बन गया जंगल
भले ही सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हो लेकिन कालेज में बने मैदान खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं दे रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण है स्याना क्षेत्र के बरौली गांव स्थित किसान इंटर कालेज का मैदान।
बुलंदशहर, जेएनएन। भले ही सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही हो, लेकिन कालेज में बने मैदान खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं दे रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण है स्याना क्षेत्र के बरौली गांव स्थित किसान इंटर कालेज का मैदान। पिछले काफी समय से इस मैदान की सफाई न होने के कारण इसमें घास व झाड़ी उग आई है।
देहात की खेल प्रतिभाओं को उभारने के लिए सरकार आए दिन नई योजनाएं संचालित करती रहती है। जिससे देहात से खिलाड़ी निखरकर जिला, मंडल, प्रदेश और देश स्तर पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें। परिषदीय स्कूलों में इसी सत्र में सरकार ने खेल सामग्री खरीदने के लिए धनराशि भी जारी की है। एक ओर जहां सरकार विद्यार्थियों की खेलों के प्रति रुचि बढ़ाने का प्रयास कर रही है, वहीं स्याना क्षेत्र के बरौली गांव स्थित किसान इंटर कालेज का मैदान जंगल में तबदील हो चुका है।
मैदान की काफी समय से सफाई न होने के कारण ऊंची-ऊंची घास व झाड़ियां उग आई है। इस कारण यह मैदान खेल का मैदान कम जंगल अधिक नजर आने लगा है। कालेज के कुछ विद्यार्थियों ने इस बाबत डीआइओएस से शिकायत की है। उन्होंने बताया है कि कालेज के आसपास के दर्जनों गांवों के विद्यार्थी पढ़ने आते हैं। अन्य किसी गांव में मैदान न होने के कारण खिलाड़ी अब से पहले इसी मैदान में कबड्डी, कुश्ती, क्रिकेट, हॉकी आदि खेल खेलते थे। मैदान की सफाई न होने के कारण काफी समय से खिलाड़ी अभ्यास भी नहीं कर पा रहे हैं।
इन्होंने कहा..
विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। इसकी जांच एडीआइओएस डा. पूरन सिंह को सौंपी गई है। तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है। जांच रिपोर्ट आने पर प्रधानाचार्य से जवाब-तलब किया जाएगा।
- आरके तिवारी, डीआइओएस बुलंदशहर