एलटी लाइन में दौड़ा हाई टेंशन का करंट, तीन भैंस मरी
खानपुर थाना क्षेत्र के गांव कनौना में बुधवार को एलटी लाइन में अचानक हाई टेंशन लाइन का करंट दौड़ने लगा। हाई टेंशन लाइन का करंट उतरने के कारण दो किसानों की तीन भैंसों की मौत हो गई जबकि दर्जनों घरों के विद्युत उपकरण भी फूंक गए। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
जेएनएन, बुलंदशहर । खानपुर थाना क्षेत्र के गांव कनौना में बुधवार को एलटी लाइन में अचानक हाई टेंशन लाइन का करंट दौड़ने लगा। हाई टेंशन लाइन का करंट उतरने के कारण दो किसानों की तीन भैंसों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों घरों के विद्युत उपकरण भी फूंक गए। घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि बुधवार को कनौना गांव में आ रही एलटी लाइन अचानक हाई टेंशन लाइन में परिवर्तित हो गई। जिसके कारण गांव में विद्युत लाइन के जर्जर तार टूटकर नीचे गिर पड़े और तीन भैंसों को अपनी चपेट में ले लिया। गांव में ही रहने वाले लोकेश की एक व महेश की दो भैंस इस हादसे के शिकार हो गए। अचानक हुए इस हादसे में दर्जनों घरों के विद्युत उपकरण भी फूंक गए। हादसे से गुस्साए ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। वहीं घटना की सूचना पर पुलिस व तहसील की टीम भी मौके पर पहुंच गई। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी बहाने बनाकर मामले पर मुआवजे का मरहम लगाने की कवायद में जुट गए हैं।
इन्होंने कहा..
तेज हवा के कारण ट्रांसफार्मर पर लगे हाई टेंशन जम्पर का तार छूटकर एलटी लाइन से जुड़ गया जिसके कारण यह हादसा हुआ है। मामले की जांच कराकर पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा दिलवाया जाएगा।
जेपी गुप्ता, एसडीओ, विद्युत विभाग।
बैठक में समस्याओं को लेकर गरजे प्रधान
अरनिया। ब्लाक पर आयोजित बैठक में समस्याओं को लेकर प्रधानों ने अपने विचार रखे और उनके समाधान को लेकर चर्चा की। साथ ही एक स्वर में एकजुट रहने का आह्वान किया। अरनिया ब्लाक परिसर में बुधवार को अखिल भारतीय प्रधान संगठन की बैठक ब्लाक अध्यक्ष नीरज देवी के नेतृत्व में आयोजित की गई। जिसकी अध्यक्षता पूर्व प्रधान नंदकिशोर गुप्ता ने की। बैठक में प्रधानों ने शिक्षा निधि के खाते प्रधानों के साथ खुलवाने, गांवों में ग्राम सलाहकार व शौचालय पर नियुक्त किए जा रहे कर्मियों का खर्चा सरकार द्वारा वहन करने, प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा प्रधानों का उत्पीड़न बंद करने आदि समस्याओं को लेकर चर्चा की। साथ ही उनके समाधान को लेकर उन्होंने रणनीति बनाईं। इसमें चौधरी जगमाल सिंह, लाल सिंह, मुनेंद्र सिंह, मनोज, वेदप्रकाश, रविद्र, पप्पू, मुनीश प्रताप सिंह, योगेश शर्मा, राजू शर्मा आदि रहे।