सुग्रीव की पीड़ा सुनकर श्रीराम ने किया बाली का वध
खुर्जा में गंगा मंदिर में चल रहीं श्रीराम कथा के दौरान जटायु मिलन जटायु मोक्ष सबरी पर कृपा श्रीराम सुग्रीव मित्रता बाली का वध का वर्णन किया गया।
बुलंदशहर, जेएनएन। खुर्जा में गंगा मंदिर में चल रहीं श्रीराम कथा के दौरान जटायु मिलन, जटायु मोक्ष, सबरी पर कृपा, श्रीराम सुग्रीव मित्रता, बाली का वध का वर्णन किया गया।
कोरोना के चलते इस वर्ष श्रीराम कथा का आयोजन गंगा मंदिर में ही चल रहा हैं। जहां मंगलवार को कथा के दौरान सीता माता का हरण करने के बाद रावण उन्हें लंका ले जाता है। श्रीराम सीता माता की तलाश में लक्ष्मण के साथ निकल पड़ते हैं। इसी बीच उनका जटायु से मिलन हो जाता है। जटायु श्रीराम को बताता है कि सीता माता को दुष्ट रावण हर के ले गया है। जिसके बाद जटायु की मृत्यु हो जाती है। जिस पर जटायु का अंतिम संस्कार करने के बाद वह सीता की खोज में निकल पड़ते हैं। आगे चलने पर श्रीराम की हनुमान मिलते हैं और वह श्रीराम को सुग्रीव के पास ले जाते हैं। जहां उनकी मित्रता सुग्रीव से हो जाती है। सुग्रीव श्रीराम को अपने दुखों और पर्वत पर रहने के विषय में जानकारी देते है। सुग्रीव की पीड़ा सुनने के बाद भगवान राम उनका साथ देने की बात कहते हैं। अपने मित्र के दुखों को दूर करने के लिए भगवान श्रीराम बाली से युद्ध कर उसका वध कर देते हैं। इसमें चंद्रपाल साहनी, नंदकिशोर शर्मा, संजय गोविल, उमाशंकर अग्रवाल आदि रहे।