बाहर से आने वालों के मदद को बढ़े हाथ
लॉकडाउन के कारण बाहर से अपने घरों के लिए लौट रहे लोगों की सहायता के लिए पुलिस प्रशासन के अलावा कई सामाजिक संगठनों के लोग आगे आए हैं। शनिवार को कई स्थानों पर सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने लोगों को भोजन कराया।
बुलंदशहर : लॉकडाउन के कारण बाहर से अपने घरों के लिए लौट रहे लोगों की सहायता के लिए पुलिस प्रशासन के अलावा कई सामाजिक संगठनों के लोग आगे आए हैं। शनिवार को कई स्थानों पर सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने लोगों को भोजन कराया।
भारत विकास परिषद सेवार्थ की टीम ने कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिलाधिकारी राहत कोष में 21 हजार रुपये की धनराशि जमा कराई है। शनिवार को भूड़ चौराहे पर दिल्ली से पहुंचे लोगों को जिला प्रशासन के सहयोग से भोजन भी वितरित किया। इस दौरान व्यापारी अंकुर अग्रवाल, चंद्र भूषण मित्तल, प्रदीप अग्रवाल, रजत कुमार, सचिन दीपू गर्ग आदि मौजूद रहे।
संवाद सूत्र, स्याना : समाजसेवियों ने स्याना-बुलंदशहर हाईवे से पैदल अपने घरों को जा रहे लोगों को बुलंदशहर बस स्टैंड के समीप फलों का वितरण किया। इस दौरान वरिष्ठ समाजसेवी बॉबी त्यागी, पंकज त्यागी, रामकिशोर लोधी, गुड्डू त्यागी, अब्दुल्ला खां, ओम कुमार बंसल, दिलशाद खां, बबलू चौधरी आदि मौजूद रहे।
दानपुर: दौलतपुर और भीमपुर दोराहे पर शनिवार को युवाओं ने राहगीरों की सेवा के लिए खाने की व्यवस्था की। पइसके बाद उन्हें एक दूसरे से निर्धारित दूरी पर बैठाकर भोजन कराया।
अहमदगढ़ : अहमदगढ़ के कुछ समाजसेवियों ने राहगीरों के लिए शनिवार दोपहर खान-पान की व्यवस्था की। दिल्ली से विभिन्न स्थानों के लिए पैदल जा रहे जुगेनदर, अवधेश, रामू, लालू, अवधेश कुमार आदि लोगों को रोक कर कुशलक्षेम पूछी और खान-पान का पैकेट उन्हें रवाना किया।
संवाद सूत्र, सिकंदराबाद: शुक्रवार रात हरियाणा से पैदल आ रहे प्रवासी श्रमिकों के परिवारों को महेपा जागीर गांव में आश्रय दिया गया। मां समाज सेवी संस्था के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने बताया कि सुबोध, सूरज अपने परिवार समेत पलवल हरियाणा से हापुड़ के लिए निकले थे। रात अधिक होने परिवारों को संस्था ने आश्रय दिया। उनके खाने-पीने की व्यवस्था कराकर विदा किया गया। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है।