मदद की आस में दफ्तरों के चक्कर काट रहा दिव्यांग
सिकंदराबाद: गांव आढ़ा निवासी दिव्यांग मजदूर जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों के दफ्तरों के चक्
सिकंदराबाद: गांव आढ़ा निवासी दिव्यांग मजदूर जनप्रतिनिधियों से लेकर अफसरों के दफ्तरों के चक्कर लगाकर थक चुका है, लेकिन अभी तक उसे कहीं से कोई मदद नहीं मिल सकी है। न उसके पास रहने को आवास है और न ही भूमि है, जिसके चलते परिवार का पालन पोषण करने का संकट बना हुआ है।
सिकंदराबाद क्षेत्र के गांव आढ़ा निवासी अनिल अहेडि़या ने बताया कि वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता था। परिवार में उसकी पत्नी व ढाई साल की लड़की है। उसके पास न रहने को पक्का आवास है और न ही कृषि भूमि है। दो माह पहले 25 अप्रैल को गेहूं की थ्रे¨सग के दौरान मशीन में उसके दोनों हाथ कट गए थे। इस कारण अब वह मजदूरी भी नहीं कर सकता, जिसके चलते परिवार का पालन पोषण करना संकट बना हुआ है। अनिल का कहना है कि उसका कहना है कि वह मदद के लिए क्षेत्रीय विधायक बिमला ¨सह सोलंकी से भी मिल चुका है, लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला। जिलाधिकारी, सीडीओ कार्यालय व तहसील दिवस में मदद के लिए वह पत्र दे चुका है, लेकिन अभी तक उसे निराशा ही हाथ लगी है। मदद की आस लेकर सिकंदराबाद तहसील पहुंचे अनिल ने बताया कि एक बार फिर उन्होंने एसडीएम डा. वेदप्रकाश मिश्रा को प्रार्थना पत्र देकर मदद की गुहार लगाई है।
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इन्होंने कहा ..
यह मामला जानकारी में नहीं है। इस संबंध में पीड़ित उन्हें लिखित में आवेदन पत्र उपलब्ध कराए। जिला स्तर व शासन स्तर से जो भी संभव हो सकेगा, वह मदद दिलाई जाएगी।
- बिमला ¨सह सोलंकी, विधायक।
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इस मामले की जांच कराई जाएगी। सरकारी स्तर पर जो भी संभव होगा, वह मदद दिलाई जाएगी।
- डा. वेदप्रकाश मिश्रा, एसडीएम सिकंदराबाद।