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बुलंदशहर से ताजनगरी की प्यास बुझाने पहुंचा गंगाजल

देर से ही सही, बुलंदशहर से आगरा तक गंगाजल पहुंचना शुरू हो गया है। इसके लिए पहासू क्षेत्र के गांव पलड़ा की झाल से 130 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है। इससे आगरा की पेयजल समस्या दूर हो जाएगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 09:44 PM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 09:44 PM (IST)
बुलंदशहर से ताजनगरी की प्यास बुझाने पहुंचा गंगाजल
बुलंदशहर से ताजनगरी की प्यास बुझाने पहुंचा गंगाजल

बुलंदशहर: देर से ही सही, बुलंदशहर से आगरा तक गंगाजल पहुंचना शुरू हो गया है। इसके लिए पहासू क्षेत्र के गांव पलड़ा की झाल से 130 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन बिछाई गई है। इससे आगरा की पेयजल समस्या दूर हो जाएगी।

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वर्ष 2005 में आगरा पेयजल समपूर्ति (गंगाजल) परियोजना बनाई गई थी। इसके लिए जिले के पहासू क्षेत्र में स्थित पलड़ा झाल का चयन किया गया। इसके चयन करने का मुख्य कारण यहां हरिद्वार से अपर गंग नहर में 12 माह जल की उपलब्धता है।

130 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाकर आगरा तक गंगाजल पहुंचाने पर करीब तीन हजार करोड़ रुपये की लागत आई। परियोजना के लिए जापान इंटरनेशनल कारपोरेशन एजेंसी ने ऋण दिया। यहां नहर का जल एकत्र करने के लिए तीन वाटर टैंक बनाए गए। दो टैंकों से गंगाजल को पाइपों के माध्यम से आगे भेजने व तीसरे टैंक को सिल्ट आदि समस्या के समाधान को स्टैंडबाई के तौर पर रखने का प्रावधान किया गया। जल निगम की इस परियोजना में चार जिले बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा शामिल हैं। परियोजना प्रबंधक (बुलंदशहर, अलीगढ़) मोहम्मद अहसान बताते हैं कि पाइपों से आगरा जलापूर्ति का ट्रायल सोमवार को 185 एमएलडी से शुरू हुआ। गुरुवार को इसे पूरी क्षमता 370 एमएलडी पर कर दिया गया है। फिलहाल पाइपों से सिल्ट आदि की सफाई को ध्यान में रखते हुए इस जल को आगरा के कैलाश गांव के पास यमुना नदी में डाला जा रहा है। 15 दिसंबर के आसपास वहां के सिकंदरा व जीवनमंडी के वाटरव‌र्क्स में पानी को शोधित कर आगरावासियों को सप्लाई करने की तैयारी है। अत्याधुनिक है पाइप लाइन

परियोजना प्रबंधक मोहम्मद अहसान बताते हैं कि पाइप लाइन अत्याधुनिक होने की वजह से पूरे 130 किलोमीटर में कहीं भी पानी को आगे बढ़ाने के लिए पंप आदि का प्रयोग नहीं किया गया है। इससे ऊर्जा की बचत हुई है। जल निगम के इंजीनियरों के साथ-साथ विदेशी विशेषज्ञों का सहयोग भी निर्माण में लगातार मिला है। मथुरा को भी मिलेगा गंगाजल

मोहम्मद अहसान ने बताया कि पलड़ा से पाइपों से रोजाना 370 एमएलडी तक पेयजल भेजा जाएगा। इसमें से 345 एमएलडी आगरा और 25 एमएलडी मथुरा को मिलेगा। फिलहाल मथुरा को पेयजल आपूर्ति की प्रक्रिया शुरू होने में कुछ समय लगेगा।


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