सात किसानों पर मुकदमा, नेता को जेल भेजा
फ्रेट कॉरिडोर परियोजना का विरोध करने और कार्य में बाधा पहुंचाने पर सात नामजद समेत कई अज्ञात किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता व भाकियू कार्यकर्ता बब्बन चौधरी को जेल भेज दिया गया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। फ्रेट कॉरिडोर परियोजना का विरोध करने और कार्य में बाधा पहुंचाने पर सात नामजद समेत कई अज्ञात किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता व भाकियू कार्यकर्ता बब्बन चौधरी को जेल भेज दिया गया है। परियोजना के सहायक एडिमन की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में किसानों पर अधिकारियों से मारपीट, मालगाड़ी के रैक में आग लगाने, जान से मारने का प्रयास आदि गंभीर आरोप लगाए गए हैं। वहीं, शनिवार को भी मालगाड़ी से रैक उतारने का कार्य जारी रहा। इस दौरान भारी संख्या में पीएसी और पुलिस फोर्स तैनात रही।
फ्रेट कॉरिडोर परियोजना के सहायक एडमिन राजेश कुमार ने शुक्रवार शाम पुलिस को दी तहरीर में बताया कि खुर्जा-दादरी रेल परियोजना का कार्य पिछले काफी समय से चल रहा है। इसमें कई बार कुछ किसान बाधा उत्पन्न करते आ रहे हैं। शुक्रवार को वह मालगाड़ी से रैक उतारने का कार्य अपने कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ कर रहे थे। आरोप है कि इसी दौरान बाधा पहुंचाने वाले अपने साथियों के साथ वहां आ गए। इनको समझाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपितों ने कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। आरोपितों ने अफसरों के साथ मारपीट करते हुए दो वृद्धों व एक वृद्धा को जबरदस्ती उठाकर चलती क्रेन के नीचे डालते हुए मारने का प्रयास किया, लेकिन चालक ने ब्रेक लगा दिए। इससे वह बाल-बाल बच गए। वहीं, आरोपितों ने मालगाड़ी के रैक में आग लगाने का भी प्रयास किया।
कोतवाली पुलिस ने बब्बन चौधरी, सुखवीर, निहाल सिंह, छोटे, अमित, रुद्रदत्त शर्मा व प्रमोद को नामजद करते हुए अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने बब्बन चौधरी को जेल भेज दिया है, जबकि अन्य की तलाश में जुटी है। सीओ गोपाल सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है और जांच-पड़ताल कराई जा रही है।
नहीं उतरने दिए थे रैक
खुर्जा क्षेत्र में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के लिए अधिग्रहीत की गई जमीन के उचित मुआवजे समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसान पिछले एक साल से मदनपुर गांव में धरना देते आ रहे हैं। 23 अक्टूबर को किसानों ने न्यू खुर्जा जंक्शन स्टेशन दोषपुर के निकट मालगाड़ी से रैक नहीं उतरने दिए थे। रैक में पटरियां थीं। डीएम-एसएसपी ने किसानों को समझाने का प्रयास किया था, लेकिन किसान नहीं माने थे। शुक्रवार को पुलिस-प्रशासन ने किसानों से नोकझोंक के बीच रैक उतरवाने शुरू कर दिए थे। प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए किसान मौके से चले गए थे। शनिवार को पीएसी और पुलिस फोर्स की तैनाती के बीच रैक उतरने का कार्य जारी रहा। शनिवार को न्यू खुर्जा जंक्शन स्टेशन के निकट धरनास्थल पर एक भी किसान नजर नहीं आया। वहीं, एडीएम रविद्र कुमार, एसपी देहात हरेंद्र सिंह, एसडीएम सदानंद गुप्ता, सीओ गोपाल सिंह पुलिस फोर्स के साथ जंक्शन पर दिनभर डटे रहे। एसडीएम ने बताया कि शनिवार को शांतिपूर्वक तरीके से मालगाड़ी से रैक उतारने का कार्य जारी रहा।