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विरोध के बावजूद स्याना को तहसील का दर्जा दिया था एनडी तिवारी ने

पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी दुनिया से दूर चले गए हों, लेकिन स्याना क्षेत्र की जनता के दिलों में वह हमेशा अमर रहेंगे। उन्होंने उपेक्षा के लंबे दौर के बाद स्याना को तहसील का दर्जा देकर विकास की राह पर लगा दिया था। उनके देहांत से क्षेत्र के लोगों में शोक की लहर है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Oct 2018 09:56 PM (IST)Updated: Thu, 18 Oct 2018 09:56 PM (IST)
विरोध के बावजूद स्याना को तहसील का दर्जा दिया था एनडी तिवारी ने
विरोध के बावजूद स्याना को तहसील का दर्जा दिया था एनडी तिवारी ने

स्याना: पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी दुनिया से दूर चले गए हों, लेकिन स्याना क्षेत्र की जनता के दिलों में वह हमेशा अमर रहेंगे। उन्होंने उपेक्षा के लंबे दौर के बाद स्याना को तहसील का दर्जा देकर विकास की राह पर लगा दिया था। उनके देहांत से क्षेत्र के लोगों में शोक की लहर है।

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जिला मुख्यालय से दूर होने, आवागमन के उचित साधन न होने तथा राजनेताओं की उपेक्षा के चलते स्याना का विकास क्षेत्रवासियों के लिए सपने से कम नहीं था। इसी दौरान तत्कालीन विधायक मोहम्मद इम्तियाज खान ने तहसील का दर्जा दिलाने की आवाज बुलंद की तो एक ही झटके में क्षेत्र के विकास की उम्मीद बंधने लगी। जिले के कद्दावर नेताओं की गुटबंदी के चलते लंबे समय तक कामयाबी न मिलने व तमाम संभावनाओं पर विराम लगने के बावजूद विधायक ने प्रयास जारी रखा। अंतत: वर्ष 1988 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वीर बहादुर ¨सह से स्याना को तहसील की स्वीकृति दिलाने में कामयाबी हासिल कर ली। उनके बाद एनडी तिवारी के मुख्यमंत्री बनने पर विरोधी फिर सक्रिय हो गए। एक बार तहसील को अनूपशहर ले जाने का प्रस्ताव लगभग फाइनल हो गया। मायूस विधायक इम्तियाज ने मुख्यमंत्री एनडी तिवारी से गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के कई कद्दावर नेताओं को नजर अंदाज कर स्याना को तहसील बना दिया। इस ऐतिहासिक क्षण ने क्षेत्र की तस्वीर बदल दी। करीब 29 साल पहले मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने स्वयं यहां आकर तहसील कार्यालय का उद्घाटन किया था। इतना ही नहीं तत्कालीन विधायक के अनुरोध पर श्री तिवारी ने आम के बागानों के लिए प्रसिद्ध स्याना क्षेत्र को फलपट्टी क्षेत्र भी घोषित किया।

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इन्सेट.

जहांगीराबाद में किया था पॉलिटेक्निक का उद्घाटन

जहांगीराबाद: कांग्रेसी नेता प्रमोद कुमार ओझा ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने ती अगस्त 1989 में नगर में जनता पॉलिटेक्निक का उदघाटन व बाबू बनारसी दास की मूर्ति का अनावरण किया था। जनता पॉलिटेक्निक के प्रबंधक सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि उनके पिता व तत्कालीन प्रबंधक शिव कुमार अग्रवाल के आग्रह पर एनडी तिवारी ने नगर को जनता पॉलिटेक्निक जैसे टेक्निकल कालेज की सुविधा उपलब्ध कराई। जिससें आज हजारों छात्रों ने पढ़ाई कर अपना करियर बनाया है। नगर के सुभाषचंद वर्मा व अशोक तोमर ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री बाबू बनारसी दास की मूर्ति का जिस समय एनडी तिवारी ने अनावरण किया, वह बहुत ही ऐतिहासिक समय था।


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