पेट्रोल और डीजल के रेट बढ़ने के विरोध में किसानों का प्रदर्शन
पेट्रोल और डीजल के बढ़े रेट के विरोध में किसानों ने कस्बे में प्रदर्शन किया। जिसके बाद जेवर कोतवाली पहुंचकर प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन कोतवाली प्रभारी को सौंपा और डीजल-पेट्रोल के दाम कम नहीं होने पर किसानों ने धरने पर बैठने की चेतावनी दी।
बुलंदशहर, जेएनएन। पेट्रोल और डीजल के बढ़े रेट के विरोध में किसानों ने कस्बे में प्रदर्शन किया। जिसके बाद जेवर कोतवाली पहुंचकर प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन कोतवाली प्रभारी को सौंपा और डीजल-पेट्रोल के दाम कम नहीं होने पर किसानों ने धरने पर बैठने की चेतावनी दी।
जहांगीरपुर में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन भानू के बैनर तले काफी कार्यकर्ता एकत्र हो गए। जहां संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरज वशिष्ठ ने कहा कि देश की 80 प्रतिशत जनता खेती पर निर्भर है, लेकिन डीजल और पेट्रोल के रेट बढ़ने से किसानों की कमर टूट गई है। क्योकि कृषि कार्य के लिए सबसे ज्यादा डीजल की खपत किसान ही करता है। किसानों को फसल का दाम नहीं मिलने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश पूर्णत लागू नहीं होने से खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। युवा प्रदेश प्रभारी साकिर पठान ने कहा कि किसान कर्ज में डूबकर आत्महत्या करने को मजबूर है। ऊपर से पेट्रोल डीजल के रेट बढ़ने से किसान पूरी तरह से बेहाल है। जबकि कच्चे तेल का अंतरराष्ट्रीय मूल्य काफी कम है। पेट्रोल डीजल के रेट घटाने की मांग कर किसानों ने प्रदर्शन किया। जिसके बाद किसान जेवर कोतवाली पहुंचे। जहां जेवर कोतवाली प्रभारी को उन्होंने प्रधानमंत्री संबोधित ज्ञापन सौंपा। वहीं डीजल और पेट्रोल के दाम नहीं कम होने पर धरना देने की चेतावनी दी है। इसमें जिला महासचिव कृष्णा वत्स, शैलेंद्र, आकाश, विनेश आदि रहे।