हमले में घायल पूर्व फौजी की मौत, ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम
ककोड़ चोला थाना क्षेत्र के गांव पचौता में शनिवार को खेत पर हुई कहासुनी को लेकर पड़ोसी ने पूर्व फौजी और उसके स्वजन पर हमला बोलकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। रविवार को उपचार के दौरान फौजी की मौत हो गई।
बुलंदशहर, जेएनएन। ककोड़ चोला थाना क्षेत्र के गांव पचौता में शनिवार को खेत पर हुई कहासुनी को लेकर पड़ोसी ने पूर्व फौजी और उसके स्वजन पर हमला बोलकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। रविवार को उपचार के दौरान फौजी की मौत हो गई। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने गाजियाबाद अस्पताल से शव लेकर हाईवे स्थित मरगूबपुर गांव के सामने जाम लगा दिया ओर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग की है। सूचना पर पहुंचे एसपी सिटी, सीओ सिकंदराबाद और नगर कोतवाल ने ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया और कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम खोलने की अपील की। बाद में पुलिस ने शव को एंबूलेंस में रखकर गांव पहुंचाया।
बता दें कि गांव पचौता में शुक्रवार की दोपहर पूर्व फौजी विजयपाल पुत्र अंगद सिंह व उनकी पत्नी गुड्डी तथा भतीजे इंद्रपाल पर पड़ोसी ने स्वजन संग धारदार हथियारों से हमला बोल दिया। हमले में घायल विजयपाल और पत्नी गुड्डी को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत गंभीर हालत के चलते उन्हें गाजियाबाद स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान विजयपाल की मौत हो गई। सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने चोला थाने पर आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा किया। आश्वासन न मिलने पर ग्रामीण ट्रैक्टर-ट्रालियों में भरकर एनएच-91 स्थित गांव मरगूबपुर के सामने जाम लगा दिया। महिलाएं सड़क पर लेट गई और वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया। इसी दौरान गाजियाबाद से ग्रामीण तिराहे पर पहुंचे और सड़क पर शव रख दिया। पुलिस ने जानलेवा हमले को हत्या में तरमीम करने तथा आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। इसक बाद पुलिस ने शव को उठाकर एंबूलेंस में रखा और गांव पहुंचाया।
ये है विवाद
दरअसल, विजयपाल आठ वर्ष पूर्व थल सेना से सेवानिवृत होकर गांव लौटे थे। पड़ोसियों ने फौजी विजयपाल के मकान के रास्ते के कुछ हिस्से पर अपना घर का निर्माण करा दिया। फौजी ने गांव में पंचायत बैठाई लेकिन हल नहीं निकला। इसके बाद तहसील व पुलिस में शिकायत की। इसी बात से पड़ोसी गुस्साए थे और शनिवार को उनपर हमला कर दिया।
इनके खिलाफ है मुकदमा
मृतक फौजी के भाई भीष्म ने पड़ोसी सल्लू व उनके पुत्र अरूण, तरूण, कृष्ण और पत्नी सुमन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। फौजी की हालत गंभीर होने के चलते आरोपित मकान छोड़कर फरार हो गए थे। सीओ नमृता श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस ने कई बार आरोपितों के घर दबिश दी लेकिन मकान पर ताला लगा है।
इन्होंने कहा..
थाना पुलिस को हत्यारोपितों को 36 घंटे में गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं असफल रहने पर थाना प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई होगी। बचन सिंह इंस्पेक्टर के बयान की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
-संतोष कुमार सिंह, एसएसपी।