बार-बार निविदा निरस्त करने पर ईओ को फटकार
पालिका में अब सफाईकर्मियों के ठेके में घपला करने का प्रयास किया जा रहा है। ईओ और जेई ने 250 सफाईकर्मी और 40 ड्राइवर रखने हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन : पालिका में अब सफाईकर्मियों के ठेके में घपला करने का प्रयास किया जा रहा है। ईओ और जेई ने 250 सफाईकर्मी और 40 ड्राइवर रखने के लिए निकाली निविदा को पांच बार निरस्त कर दिया और छठी बार निरस्त करने के लिए फाइल बना चुके हैं। इसको लेकर पालिका और ठेकेदार में रार शुरू हो गई है।
पालिका में ठेके पर 250 सफाईकर्मी और 40 चालक रखे जाने हैं, इसके लिए अब से पहले पांच बार निविदा निकाली गई। सब कुछ सही होने के बाद भी ईओ डा. पंकज सिंह और निर्माण जेई महेश कुमार राहुल बार-बार निरस्त कर रहे हैं। आरोप है कि दोनों घपला करना चाहते हैं, इनकी मनमानी से निविदा प्रकाशन में भी पालिका के हजारों रुपये बर्बाद हो चुके हैं। दोनों नोएडा की किसी कंपनी को नियमों को ताक पर रखकर ठेका देना चाहते हैं। पिछले पांच साल से जिस जीएसटी नंबर पर वह पालिका को टैक्स दे रहा है। अब उसको पालिका फर्जी बात रही है। जबकि वाणिज्यकर विभाग पालिका मांगे गए सत्यापन को सत्यापित कर चुका है। तकनीकी विड में भी कोई कमी नहीं मिली है। कंपनी संचालक ने अब डीएम रविद्र कुमार को ज्ञापन दिया। डीएम ने एडीएम ई रवीन्द्र कुमार को जांच करने को कहा। एडीएम ने ईओ को फटकार लगाई और फाइल तलब की है। आरोप है कि ईओ और जेई हठधर्मिता कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। ज्ञापन की प्रति नगर विकास मंत्री, मुख्य सचिव समेत कई बड़े अफसरों को भेजी गई है।
सफाईकर्मियों की कमी
पालिका के पास सफाईकर्मियों की भारी कमी है। इसके चलते शहर की सफाई व्यवस्था भी कई माह से चौपट पड़ी हुई है। लेकिन अफसरों की मनमानी के चलते सफाईकर्मी नहीं रखे जा रहे हैं।
इन्होंने कहा.
पहले क्या था पता नहीं अब जांच कर रहे हैं। जीएसटी नंबर पर भगवत प्रसाद और यूपी कारपोरेशन दो फर्म हैं। इसलिए सत्यापन मांगा है। शिकायती पत्र आ गया है। अभी पालिका ने कोई निर्णय नहीं लिया है। जल्द इस पर कोई न कोई निर्णय लिया जाएगा।
-डा. पंकज सिंह, ईओ निविदा में कोई न कोई कमी भी होती ही है। ठेका न होने से हम भी परेशान हैं, क्योंकि सफाई व्यवस्था लचर हो रही है। आपत्ति तो लगी है। इसका निस्तारण ईओ को करना है। मेरे पास फाइल आएगी तो देखेंगे।
-मनोज गर्ग, चेयरमैन भ्रष्टाचार मिलजुलकर किया जा रहा है। मैं भ्रष्टाचार नहीं होने दूंगा। जेई साठ हजार रुपये की डिमांड कर रहा है। एडीएम को फाइल दिखा चुका हूं। जरूरत पड़ी तो मंडलायुक्त तक जाऊंगा।
-मुनेश कुमार, प्रोपराइटर मेसर्स यूपी कारपोरेशन -जगमोहन