निजीकरण के सांकेतिक विरोध में कर्मचारियों ने भरी हुंकार
हाइडिल कालोनी स्थित सर्किल कार्यालय में गुरुवार को विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के तत्वावधान में निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया।
जेएनएन, बुलंदशहर। हाइडिल कालोनी स्थित सर्किल कार्यालय में गुरुवार को विद्युत कर्मचारी मोर्चा संगठन के तत्वावधान में निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मचारियों ने सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र ही नहीं माना गया तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। कर्मचारियों ने कहा कि सरकार निगम को निजी हाथों में सौंप कर कर्मचारियों का अहित करना चाहती है, जिसका विरोध किया जाएगा।
विद्युत कर्मचारी संगठन मोर्चा के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर विद्युत कर्मचारियों के निजीकरण के विरोध में सांकेतिक प्रदर्शन में मोर्चा के प्रदेश मुख्य महामंत्री गोपाल कृष्ण गौतम ने कहा कि सरकार निगम का निजीकरण करने पर तुली हुई हैं। निगम के कर्मचारियों ने कोरोना काल में भी अपनी जान जोखिम डाल कर लोगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति की सेवाएं दी है। निजीकरण से कर्मचारी और उपभोक्ताओं को सीधा-सीधा नुकसान होगा। निजी कपंनियां अपनी मनमानी से काम कर निगम को बर्बाद कर देंगी। प्रदेश महामंत्री संजीव तेवतिया ने कहा कि सरकार निजीकरण करने पर ज्यादा ध्यान दे रही है लेकिन कर्मचारियों के साथ अभियंता वर्ग के हिसाब से वेतन वृद्धि नहीं की जा रही है। कर्मचारी और लेखा कार्मिकों को दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी जाए। निगम तैनात संविदाकर्मी और कंप्यूटर आपरेटरों को विभाग से सीधा वेतन देकर फ्रेंचाइजी को हटाया जाए। सरकार किसान और राष्ट्रहित में बिजली संशोधन बिल को तुरंत वापस करें। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इस दौरान क्षेत्रीय मंत्री मनोज कुमार, सुरेंद्र शर्मा, दुष्यंत रघुवंशी, आकाश शर्मा, राम मकवाना, रवि कुमार मौजूद रहे।