शिक्षा का दान है सबसे बड़ा दान : राजेश राणा
गांव नरसेना के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक और दो में मिशन एजुकेशन के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि बतौर छत्तीसगढ़ सरकार के उद्योग एवं वाणिच्य विभाग के सचिव गांव नरसेना के मूल निवासी आइएएस राजेश राणा ने कहा कि मिशन एजुकेशन संस्था द्वारा छात्रों के प्रति शिक्षा दान की पहल एक सराहनीय कार्य है।
बुलंदशहर, जेएनएन। गांव नरसेना के प्राथमिक विद्यालय नंबर एक और दो में मिशन एजुकेशन के तहत एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि बतौर छत्तीसगढ़ सरकार के उद्योग एवं वाणिच्य विभाग के सचिव गांव नरसेना के मूल निवासी आइएएस राजेश राणा ने कहा कि मिशन एजुकेशन संस्था द्वारा छात्रों के प्रति शिक्षा दान की पहल एक सराहनीय कार्य है।
गरीब और मजदूर लोगों के बच्चों को पढ़ाई के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सुविधा प्रदान कराना सबसे बड़ा धर्म है। उन्होंने कहा कि अगर हम जरूरतमंद बच्चों को रोटी का दान देकर उसकी आठ घंटे की भूख को शांत कर सकते हैं और कपड़ा दान कर उसके तन को ढकने के लिए कुछ महीनों का सहारा दे सकते हैं, लेकिन शिक्षा के पथ पर आगे बढ़ने के लिए उसे किताब देकर उसके भविष्य निर्माण में सबसे बड़े दान की भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने शिक्षकों से बच्चों को पढ़ने के साथ साथ शारीरिक विकास के लिए खेलों में रूचि बढ़ाने का प्रयत्न करें। जिससे मानसिक विकास के साथ शारीरिक विकास भी हो सके। उन्होने मिशन एजुकेशन संस्था के द्वारा लाई गई किताब और लेखन व खेल सामग्री का 300 बच्चों को वितरण किया। इस मौके पर रिकू चौहान, शीतल, नरेश, सिद्धार्थ, अरुण चौहान, गीता चारू, सौरभ चौहान, वीरेन्द्र, कौशल, दीपक, दर्जनों लोगों ने कार्यक्रम में सहयोग किया।