जर्जर स्कूल के कक्ष का गिरा प्लास्टर, बाल-बाल बचे बच्चे
चोला क्षेत्र के गांव गांगरौल स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के जर्जर कक्ष की छत से अचानक प्लास्टर उखड़कर जमीन पर आ गिरा।
- सिकंदराबाद व ककोड़ में कई विद्यालय पूरी तरह जर्जर
संवाद सूत्र, ककोड़: चोला क्षेत्र के गांव गांगरौल स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के जर्जर कक्ष की छत से अचानक प्लास्टर उखड़कर जमीन पर आ गिरा। इस दौरान कमरे में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राएं बाल-बाल बच गए। बाद में छात्र-छात्राओं को खुले परिसर में बैठा गया। उधर, विद्यालय की छत गिरने की अफवाह से अभिभावकों में काफी हड़कंप मचा रहा। स्थित साफ होने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली।
गांगरौल गांव स्थित उच्च परिषदीय विद्यालय काफी पुराना है। कक्ष जर्जर अवस्था में हैं। लेकिन इसको लेकर बेसिक शिक्षा विभाग सुध नहीं ले रहा। मंगलवार को विद्यालय में उस समय कक्षा सात के बीस छात्र-छात्राएं बाल बाल बच गए। जब दोपहर करीब एक बजे अचानक छत से प्लास्टर के बड़े टुकड़े गिरने शुरू हो गए। जिससे छात्र-छात्राओं में कमरे से बाहर निकलने के लिए भगदड़ मच गई। शोर सुनकर शिक्षक व प्रधानाचार्य मौके पर पहुंचे और छात्र-छात्राओं को दहशत के चलते स्कूल परिसर में बैठाया। उधर, स्कूल में कमरे की छत गिरने की अफवाह से अभिभावकों में खलबली मच गई। सूचना पाकर अभिभावक स्कूल पहुंचे गए। बाद में स्थित स्पष्ट होने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली। प्रधानाचार्य चंचल शर्मा ने बताया कि परिसर में बने कक्ष के छत से प्लास्टर टूट कर गिरा था। कक्ष काफी पुराने के कारण प्लास्टर गिरता रहता है। इसलिए परिसर के बाहर की बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। मामले को लेकर खंड शिक्षाधिकारी को अवगत कराया दिया है। गौरतलब हो कि ककोड़ नगर स्थित प्राथमिक विद्यालय में कक्ष छत बरसात के दौरान गत वर्ष गिर गई थी, वहीं सिकंदराबाद सराय स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के दो कक्ष पूरी तरह जर्जर है। जिस कारण एक ही कक्षा में तीन कक्षाएं संचालित है। लेकिन इस ओर बेसिक शिक्षा विभाग व प्रशासन सुध नहीं ले रहा।