आतिशबाजी से दोगुना हुआ बुलंदशहर का प्रदूषण
तमाम प्रयास और अपील के बाद भी दीपावली पर जमकर आतिशबाजी हुई जिससे जिले में प्रदूषण दोगुना हो गया।
बुलंदशहर : तमाम प्रयास और अपील के बाद भी दीपावली पर जमकर आतिशबाजी हुई और बुलंदशहर का प्रदूषण बढ़ गया। शहर की हवा का आलम ये है कि एयर इंडेक्स वैल्यू 410 और प्रदूषण का औसत 134 प्रति घन मीटर पर पहुंच गया। ऐसे में बीमार लोगों की ही नहीं स्वस्थ लोगों की भी दिक्कतें बढ़ गई हैं। एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर ¨चतित कई लोग प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मशीन की स्क्रीन देखने के लिए पहुंचे।
कई दिनों एनसीआर में प्रदूषण रेट लगातार बढ़ रहा है। प्रदूषण सामान्य औसत दोगुने से भी ऊपर चल रहा है। पांच नवंबर को प्रदूषण 130 प्रति घन मीटर रिकार्ड किया गया। जबकि एयर इंडेक्स वेल्यू 408 दर्ज की गई, लेकिन दीपावली पर पटाखे चलने के बाद आठ नवंबर को चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। प्रदूषण 134 प्रति घन मीटर पर पहुंच गया। सामान्य तौर पर यह 60 से अधिक नहीं होना चाहिए और इंडेक्स वेल्यू 418 तक पहुंच गई। बढ़े हुए प्रदूषण से बीमार, बुजुर्ग और बच्चों के ऊपर बीमारी का खतरा मंडराने लगा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के कार्यालय में लगी मशीन पर प्रदूषण की वर्तमान स्थिति देखने के लिए पहुंचे। आंकड़ों के संबधित जानकारी फोन कर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों और कर्मचारियों से की। इसके बाद अपने फैमिली डाक्टर से सलाह ली। पटाखों से बढ़ने वाले प्रदूषण का ये आलम तो तब है, जबकि पटाखे चलाने का समय निर्धारित करने के साथ ही ग्रीन पटाखे ज्यादा चलाने और प्रदूषण से बचने की अपील सरकार से लेकर सामाजिक संगठनों तक ने की थी। सीएमओ डा. केएन तिवारी का कहना है कि अस्थमा और हृदय रोगी सुबह के समय अभी टहलने से परहेज करें। बच्चों को भी ज्यादा देर तक बाहर न रखें।