बोर्ड परीक्षा की ड्यूटी से वित्तविहीन शिक्षक नाराज
अधिक दूरी के केंद्रों पर ड्यूटी लगाने व गत वर्ष का पारिश्रमिक न मिलने से वित्तविहीन शिक्षक नाराज हैं।
जासं, बुलंदशहर: अधिक दूरी के केंद्रों पर ड्यूटी लगाने व गत वर्ष का पारिश्रमिक न मिलने से वित्तविहीन शिक्षक नाराज हैं। उन्होंने डीआइओएस से शिकायत की है। डीआइओएस ने उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया है। शिक्षकों ने परीक्षा के दौरान कालेज खोलने की भी अनुमति मांगी है।
सोमवार को वित्तविहीन शिक्षक महासभा के पदाधिकारी डीआइओएस से मिले। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा के लिए विभाग के बहुत से शिक्षकों की ड्यूटी 15 से 30 किमी की दूरी पर स्थित परीक्षा केंद्रों में लगा दी है। इतनी दूरी के केंद्रों में ड्यूटी करने से विशेष रूप से महिला शिक्षकों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा उनका बीते साल की परीक्षा ड्यूटी का पारिश्रमिक भी नहीं दिया गया। इसके लिए वह कई बार कार्यालय के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन हर बार उन्हें आश्वासन ही दिया गया है, जबकि एडिड कालेज के शिक्षकों का पारिश्रमिक दिया जा चुका है। कई कालेज के प्रधानाचार्यो ने मांग की है कि बोर्ड परीक्षा के दौरान कालेज खोलने की अनुमति भी दी जाए। जिससे जिन शिक्षकों की बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी नहीं लगी है, वह कक्षाएं लेकर बच्चों का शेष कोर्स पूरा कर सकें।
डीआइओएस आरके तिवारी ने एडीआइओएस डा. पूरन ¨सह को ऐसे शिक्षकों की सूची तलब कर ड्यूटी सही कराने के निर्देश दिए हैं, जिनकी ड्यूटी दूर केंद्र पर लगा दी गई है। उन्होंने वित्तविहीन शिक्षकों का पारिश्रमिक जल्द दिलाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि वह शिक्षक कालेज खोल सकते हैं, जिनकी ड्यूटी बोर्ड परीक्षा में नहीं है, लेकिन संबंधित कालेज परीक्षा केंद्र के निकट नहीं होना चाहिए। उर्मिला राजपूत, नेमपाल, रामबाबू, सोमवीर, संजीव आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।