बर्बाद फसल का सर्वे कराने की मांग को लेकर किसानों का प्रदर्शन
बेमौसम बारिश के बाद किसानों की बर्बाद फसल का मुआवजा के लिए सर्वे नहीं करने का आरोप लगाते हुए तहसील में प्रदर्शन किया।
बुलंदशहर, जेएनएन। बेमौसम बारिश के बाद किसानों की बर्बाद फसल का मुआवजा के लिए सर्वे नहीं करने का आरोप लगाते हुए तहसील में प्रदर्शन किया। एसडीएम ने साफ शब्दों में कहा कि प्रत्येक प्रभावित गांव में लेखपालों ने मौके पर जाकर आकलन कर रिपोर्ट प्रस्तुत की है।
बुधवार को तहसील परिसर में भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के ठा. जगत सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने तहसील परिसर में प्रदर्शन कर मुआवजे के लिए पासबुक जमा कराने और हानि का सर्वे कराने की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि उनके गांव में ओलावृष्टि से नष्ट हुई, फसल का सर्वे नहीं किया गया है। जबकि, एसडीएम पदम सिंह ने साफ-साफ कहा कि ओलावृष्टि और बेमौसम वर्षा प्रभावित प्रत्येक गांव में लेखपालों की टीम ने मौके पर जाकर सर्वे कार्य पूरा कर रिपोर्ट जमा कर दी है। प्रभावित किसानों के कागज भी जमा कराए गए हैं। यदि कोई किसान इस बात का दावा करता है कि उसके खेत का सर्वे नहीं किया गया है, तो वह प्रार्थना पत्र दे, उसका सर्वे लेखपाल के माध्यम से पुन: कराया जा सकता है। इस मौके पर कोतवाली प्रभारी मिथलेश उपाध्याय ने किसी भी स्थान पर भीड़ एकत्र नहीं करने की हिदायत देते हुए कहा कि कोरोना वायरस समाप्ति तक कोई धरना प्रदर्शन न करें। सरकार द्वारा दिए जा रहे निर्देशों का पालन करें। बर्बाद फसल का शीघ्र मुआवजा नहीं मिला तो होगा आंदोलन
संवाद सूत्र, औरंगाबाद : भारी ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर गांव ईलना में आयोजित किसानसभा की पंचायत में प्रदेश संयुक्त सचिव चंद्रपाल सिंह ने कहा कि भारी ओलावृष्टि होने से किसानों की गेंहू और सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। उधर गांव सूरजपुर टीकरी, प्रेमपुर, और खिदरपुर में आये चक्रवाती तूफान से सैंकड़ों मकान ध्वस्त हो गये हैं। इस समय किसान भुखमरी के कगार पर हैं।
फसल बर्बाद होने से पशुओं के लिए चारे की समस्या है। बिजली विभाग और बैंककर्मी ग्रामीण क्षेत्रों में छापामारी कर किसानों के साथ शोषण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। वहीं, बैंककर्मी आरसी काटने की धमकी देकर किसानों को डरा धमका रहे हैं। किसानों के साथ किए जा रहे शोषण को किसान सभा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। ऐसे में सरकार को फसल बर्बाद की भरपाई के लिए कम से कम तीस हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए। सरकार ने किसानों को उचित मुआवजा नहीं दिया तो किसानसभा आगामी समय में सरकार के खिलाफ आंदोलन करेगी। पंचायत की अध्यक्षता चौधरी हरेंद्र सिंह ने की और संचालन नंदलाल पाठक ने किया। टीमक सिंह, प्रमोद शर्मा, जगवीर सिंह, नत्थी सिंह, कंछिद सिंह, योगेंद्र पाल सिंह, केशव सिंह, सोनू सिंह, सोहनपाल सिंह, रतन सिंह, धर्म सिंह आदि मौजूद रहे।