कोरोना को हराना है आसान, रहें सावधान
शिकारपुर क्षेत्र के गांव सलेमपुर में कोरोना संक्रमित हुए एक ही परिवार के महिला और युवक व उनके पड़ोस में रहने वाले बाबाजी का कहना है कि कोरोना से डरना नहीं है क्योंकि डर गए तो कमजोर पड़ जाएंगे।
बुलंदशहर, जेएनएन। शिकारपुर क्षेत्र के गांव सलेमपुर में कोरोना संक्रमित हुए एक ही परिवार के महिला और युवक व उनके पड़ोस में रहने वाले बाबाजी का कहना है कि कोरोना से डरना नहीं है, क्योंकि डर गए तो कमजोर पड़ जाएंगे। सकारात्मक विचार रखते हुए हिम्मत रखनी है, कोरोना को हराना है तो जरूरी है कि हम अपने खानपान को बदलें। कुछ अच्छी आदत अपनानी पड़ेंगी, ताकि हम स्वस्थ रहें। कंटेनमेंट जोन के साथ पड़ोसी होने के बाद भी कोरोना से बचाव किया है। सरकार और प्रशासन की कुछ गाइडलाइन का पालन किया है। जिससे कोरोना को खुद से और परिवार से दूर रखा है।
उन्होंने बताया कि जब पता चला कि पड़ोस में ही परिवार के दो सदस्यों की रिपोर्ट पॉजिटिव है तो एक बार तो हैरानी हुई, पर दूसरे ही पल अपनी हिम्मत बढ़ाई और मुकाबला करने की ठानी। परिवार के सभी सदस्यों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही पूरे परिवार की हिम्मत को बनाकर रखा। कंटेनमेंट जोन में होने के कारण हालांकि कुछ डर महसूस हुआ, लेकिन जब 14 दिन हुए तो देखा कि हिम्मत के आगे कोरोना का कोई असर नहीं है। ऐसे कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना का एंटी वायरस हिम्मत ही है। यदि आप भी कोरोना संक्रमित होने या कंटेनमेंट जोन में आ जाएं, तो सबसे पहले खुद को मजबूत करें। इसके साथ ही मुंह पर मास्क और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करें। साबुन से हाथ धोएं तो और भी अच्छा है। कंटेनमेंट जोन रहने तक बाहर न निकलें। किसी भी चीज को छूने से बचे। शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखें।