हाईवे पर रात में अंधेरा, हादसों में हो रहा इजाफा
हाईवे-93 के चौड़ीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका हैं। बावजूद इसके हाईवे पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाई गई हैं। रात में हाईवे पर अंधेरा पसरा रहता है।
बुलंदशहर, जेएनएन। हाईवे-93 के चौड़ीकरण का कार्य लगभग पूरा हो चुका हैं। बावजूद इसके हाईवे पर स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाई गई हैं। रात में हाईवे पर अंधेरा पसरा रहता है। जिस कारण दिन हादसे हो रहे हैं। शिकायतों के बाद भी हाईवे पर लाइटें नहीं लगाई जा रही हैं।
अलीगढ़-मुरादाबाद हाईवे-93 से मथुरा, आगरा से अनूपशहर नरौरा, बदायूं, बिजनौर, हरिद्वार, मुरादाबाद आदि स्थानों पर जाने वाले हजारों राहगीर प्रतिदिन निकलते हैं। जिस कारण दिन और रात के समय हाईवे पर वाहन फर्राटा भरते हैं। रात में ट्रक, टैंकर समेत बड़े वाहनों का संचालन होने के कारण हाईवे पर व्यस्तता अधिक बढ़ जाती है। लोगों की मांगों को ध्यान में रखते हुए तीन वर्ष पहले हाईवे का चौड़ीकरण शुरू किया था। अब लगभग कार्य समाप्ति की तरफ है। सड़क निर्माण कंपनी द्वारा हाईवे पर कस्बा समेत शहरी क्षेत्र में डिवाइडर भी लगवा दिए गए हैं, लेकिन उसके बाद भी अभी तक प्रकाश की व्यवस्था नहीं की गई है। जिस कारण दिन ढलते ही हाईवे पर अंधेरे छा जाता है। जबकि निर्माण कंपनी द्वारा गांव बुढ़ासी के निकट ट्रक रोकने के लिए एक स्थान बनाया है। जहां पर निर्माण कंपनी द्वारा शौचालय, बाथरूम सहित रात्रि में प्रकाश व्यवस्था कराई जानी थी, लेकिन वहां भी एक वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी स्ट्रीट लाइटें नहीं लगवाई जा रही है। ऐसे में अंधेरे के चलते राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन्होंने कहा..
हाईवे पर प्रकाश व्यवस्था कराए जाने की निर्माण कंपनी की कोई जिम्मेदारी नहीं हैं, बल्कि संबंधित नगर निगम और नगर पंचायत को प्रकाश की व्यवस्था करानी चाहिए।
-आशुतोष सिन्हा, जरनल मैनेजर पीएनसी।