हाइटेक सेल में साइबर ठगों की बनेगी कुंडली
जेएनएन बुलंदशहर जिले में साइबर सेल अब पहले से अधिक मजबूत और हाइटेक होने जा रहा है। आइटी एक्ट के मामले थानों में ट्रांसफर किए जाएंगे और तैनात इंस्पेक्टर ऐसे मामलों की विवेचना करेंगे।
जेएनएन, बुलंदशहर :
जिले में साइबर सेल अब पहले से अधिक मजबूत और हाइटेक होने जा रहा है। आइटी एक्ट के मामले थानों में ट्रांसफर किए जाएंगे और तैनात इंस्पेक्टर ऐसे मामलों की विवेचना करेंगे। एटीएम कार्ड के जरिए खाते से रुपये निकलने, ऑनलाइन ठगी, फर्जी वेबसाइट, कॉल सेंटर, फर्जी जॉब रैकेट के मामलों में अब त्वरित कार्रवाई होगी। महकमा साइबर सेल को पहले से अधिक मजबूत करने जा रहा है। अभी तक साइबर सेल में एक निरीक्षक और दो सिपाहियों यानी तीन का स्टाफ है। कम स्टाफ और संसाधन न होने से अपराधियों की गिरफ्तारी और खुलासों में दिक्कतें हो रही थीं। अब साइबर सेल में एक दर्जन पुलिसकर्मियों का स्टॉफ होगा।
जिले में बढ़ते साइबर अपराध को नियंत्रण करने के लिए पुलिस लाइन में स्थित साइबर सेल को मजबूत किया जाएगा। तीन के स्थान पर अब साइबर सेल में 10 पुलिसकर्मियों का स्टॉफ होगा। अब सर्विलांस सेल, स्वाट और क्राइम ब्रांच की तर्ज पर साइबर सेल काम करेगी। एसएसपी संतोष कुमार ने बताया कि साइबर सेल को मजबूत किया जा रहा है। साइबर से जुड़े अपराधों का तत्काल खुलासा किया जाएगा। सेल में साइबर अपराधियों की कुंडली भी मौजूद रहेगी। यह टीम सर्विलांस और स्वाट टीम के सहयोग से साइबर क्राइम की वारदातों का खुलासा करेगी। वहीं अभी तक साइबर सेल बैंक खातों से रकम निकलने और सोशल साइट्स पर होने वाले क्राइम को रोकने तक ही सीमित थी। अब इसमें प्रशिक्षित पुलिसकर्मियों को शामिल कर हाईटेक बनाया जाएगा। साइबर अपराधियों का आपराधिक रिकॉर्ड व नेटवर्क से जुड़ा डेटा भी सेल के पास होगा।
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थानों से ट्रांसफर होंगे मामले
इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल से साइबर क्राइम का दायरा भी बढ़ रहा है। इस अपराध से लोगों की गाढ़ी कमाई पल भर में लुट जाती है। पीड़ित व्यक्ति संबंधित थाने में ही मामला दर्ज कराएगा। यहां से रिपोर्ट साइबर सेल ट्रांसफर की जाएगी। इससे कि कार्रवाई की जा सके।
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इन अपराधों में होगी कार्रवाई
जिले के थानों में इस साल करीब 556 साइबर अपराधों को दर्ज किया गया है। इनमें नेट बैंकिग, एटीएम, फर्जी वेबसाइट, कॉल सेंटर, फर्जी जॉब सेंटर, फेसबुक पर हुए अपराध शामिल हैं। ऐसे मामलों की गहनता से जांच कर अपराधियों को जेल भेजा जाएगा। सेल करीब 419 मामलों का खुलासा कर चुकी है।
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इन्होंने कहा..
क्राइम ब्रांच के कार्यालय में साइबर सेल का कार्यालय खोला गया है। अब इसका दायरा बढ़ाया जा रहा है। हाइटेक संशोधन और सर्विलांस के जानकार पुलिसकर्मियों की तैनाती साइबर सेल में होगी।
-संतोष कुमार सिंह
एसएसपी।