सिद्धिदात्री के दर्शनों को उमड़ा भक्तों का सैलाब
संवाद सहयोगी खुर्जा चैत्र नवरात्र के नौवें दिन रविवार को मां के नवम स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना विधि-विधान के साथ की गई। मंदिर मां के जयकारों से गूंज उठा औ
खुर्जा(बुलंदशहर): चैत्र नवरात्र के नौवें दिन रविवार को मां के नवम स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना विधि-विधान के साथ की गई। मंदिर में माता रानी के दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।
रविवार को मां दुर्गा के नौवें स्वरूप सिद्धिदात्री की पूजा-अर्चना विधि-विधान से की गई। सिद्धिदात्री माता को नीले रंग की पोशाक धारण कराई गई और माता रानी को धान के लावा का भोग लगाया गया। मान्यता है कि मार्कंडेय पुराण के अनुसार अणिमा, महिमा, गरिमा, लघिमा, प्राप्ति, प्रराकम्य, ईशित्व और वशित्व ये आठ प्रकार की सिद्धियां हैं। जिस साधक ने उनकों प्राप्त कर लिया वह सुख-समृद्धि का प्रतीक हो गया। अर्थ पाना कठिन है, अर्थ को सिद्ध करना बड़ा अर्थ रखता है। यह महालक्ष्मी, जी का ही स्वरूप है। इनकी आराधना के साथ ही नवरात्र व्रत का पारायण होता है। सिद्धिदात्री देवी पूजन के साथ कन्या भोग और यज्ञ का विशेष फल मिलता है। वहीं मंदिर परिसर में लगे मेले में भी खासी भीड़ रही। इसमें डा. मोहनलाल अग्रवाल, मनोज गुप्ता, पीपी अरोरा, अनिल महाराज, विकास, योगेश, पवन मित्तल आदि का सहयोग रहा। जिमाए गए कन्या लांगुर
नवरात्र के आखिर दिन नगर और देहात क्षेत्रों में कन्या-लांगुर जिमाए गए। सुबह से कन्याएं और लांगुर इधर-उधर प्रसाद ग्रहण करते हुए नजर आए। कई स्थानों पर भंडारे का आयोजन
नवमी पर नगर व देहात क्षेत्र में कई स्थानों पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। इसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर हलुआ-पूरी का प्रसाद ग्रहण किया।