नियमों की अनदेखी पड़ सकती है ¨जदगी पर भारी
सड़क पर ट्रैफिक नियम केवल वाहन चालकों के लिए ही नहीं होते, बल्कि पैदल चलने वालों पर पर भी उतने ही लागू होते हैं। सड़क पर होने वाले हादसों में पैदल चलने वाले लोग अकसर हादसों शिकार होते हैं। इसकी वजह ये है कि अधिक लोग ट्रैफिक नियमों से वाकिफ नहीं होते। लोगों में जानकारी का अभाव, लापरवाही और चूक होने का नतीजा ये होता है कि पैदल चलने वाले भी हादसे का शिकार हो जाते है। ऐसे में जरूरी है कि सड़क हादसों से बचने के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन किया जाए और सड़क पर पैदल चलते समय सावधानियां बरतनी चाहिए, तभी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
बुलंदशहर: सड़क पर ट्रैफिक नियम केवल वाहन चालकों के लिए ही नहीं होते, बल्कि पैदल चलने वालों पर पर भी उतने ही लागू होते हैं। सड़क पर होने वाले हादसों में पैदल चलने वाले लोग अकसर हादसों शिकार होते हैं। इसकी वजह ये है कि अधिक लोग ट्रैफिक नियमों से वाकिफ नहीं होते। लोगों में जानकारी का अभाव, लापरवाही और चूक होने का नतीजा ये होता है कि पैदल चलने वाले भी हादसे का शिकार हो जाते है। ऐसे में जरूरी है कि सड़क हादसों से बचने के लिए ट्रैफिक नियमों का पालन किया जाए और सड़क पर पैदल चलते समय सावधानियां बरतनी चाहिए, तभी दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
जब सड़क पर पैदल निकले तो उस समय आस-पास से गुजरने वाले वाहनों को लेकर सतर्क रहना चाहिए। हो सके तो वाहन चालकों की आंखों से संपर्क बनाए रहना चाहिए ताकि वह भी उन्हें देखकर अपना वाहन दूर रख सके। अगर लगे कि वह उन्हें नहीं देख रहा है तो उस वाहन से खुद को बचाने के प्रयास करने चाहिए। इसके अलावा अगर कहीं पर ट्रैफिक जाम हो, उस स्थान पर उल्टी दिशा में फुटपाथ के किनारे न चलें। सड़क पर पैदल निकलने की पहले कोशिश करें कि दिन में हल्के रंग के चमकदार कपड़े पहनें। दिन के वक्त इस रंग के कपड़े दूर से दिखाई देंगे। शाम या रात के समय हल्के व परछाई देने वाल कलाई वाले चमकीले बैंड्स, कमरबंद, जैकट आदि कपड़े पहनने चाहिए। इनसे भी काफी हद तक दुर्घटना होने से बचा जा सकेगा। सड़क पार करने से पहले दोनों तरफ देखना चाहिए, जब यह निश्चित हो जाए कि कोई वाहन नहीं आ रहा है या उनसे इतना दूर है कि जब तक सड़क पार होगी तब तक वह उन तक नहीं पहुंच पाएगा। इसके बाद सड़क पार करें।
-बच्चों के साथ चलते समय रखें खास ध्यान
बच्चों के साथ पैदल निकलने पर सड़क पर उनका खास ध्यान रखने की जरूरत है। कोशिश करनी चाहिए कि बच्चों और ट्रैफिक के बीच में खुद चले यानि बच्चों को सबसे किनारे फुटपाथ के अंदर की तरफ रखें और उनका हाथ अच्छे से थामकर चलें। पैदल चलते समय फुटपाथ का इस्तेमाल करें और जहां फुटपाथ न हो, वहां सड़क के दायीं तरफ चलें। इसका फायदा ये है कि विपरीत दिशा से आने वाले वाहन आसानी से नजर आएंगे। जहां जेब्रा क्रां¨सग हो, उसी से सड़क पार करें लेकिन जहां यह व्यवस्था न हो, वहां पर दोनों तरफ ट्रैफिक लाइट और वाहन देखने के बाद ही कदम आगे बढ़ाएं। सड़क पार करने में फुट ओवर ब्रिज व सब-वे का इस्तेमाल करें।
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चलते समय इधर-उधर न दे ध्यान
सड़क पार करते समय होर्डिंग्स, मोबाइल, टेबलेट या अन्य किसी वस्तु तरफ अधिक ध्यान न दें। फोन पर बात भी न करें और चलती बस के पीछे न भागें। सड़क के बीच में बने बैरियर न फांदे, शराब पीकर सड़क पर न चले और जेब्रा क्रा¨सग पर खड़े न हों। अगर कोई एंबुलेंस, फायर इंजन, पुलिस की गाड़ी या आपातकालीन सेवा वाला वाहन निकले तो उसे पहले रास्ता दें।
- सड़क पार करते समय बच्चे बरते सावधानी
सड़क पार करते समय 14 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ हादसा होने की आशंका अधिक रहती है। इसका कारण ये है कि उन्हें सड़क पार करने के नियमों की न तो जानकारी होती और न ही उन्हें पूरी समझ होती है। इसलिए जरूरी है कि कम उम्र के बच्चों को अकेले सड़क पार नहीं करने देनी चाहिए।
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इनका कहना है-
ट्रैफिक नियम जिस प्रकार वाहनों के लिए है, उसी तरह सड़क पर पैदल चलने वालों के लिए भी जरूरी है। नियमों का पालन न करने पर हादसे होने का खतरा रहता है, इसलिए नियमों का पालन करना जरूरी है। बच्चों को अकेला सड़क पार नहीं करने देना चाहिए।
-मोहम्मद कय्यूम, एआरटीओ