कमालपुर में तालाब पर दबंगों का कब्जा
जल संचय के लिए बनाया गया आदर्श तालाब दबंगों के अवैध कब्जे के मकड़जाल में फंसकर सिमटा ही जा रहा है। लोगों ने उस पर कब्जे कर लिए हैं।
बुलंदशहर, जेएनएन। जल संचय के लिए बनाया गया आदर्श तालाब दबंगों के अवैध कब्जे के मकड़जाल में फंसकर सिमटा ही जा रहा है। लोगों के कब्जे के चलते 32 बीघा रकबे का तालाब मात्र दस बीघा में सिमट कर रह गया है। तालाब को कब्जा मुक्त कराने के लिए कई बार तहसील प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है। इसमें कब्जामुक्त कराने अधिकारी नापतौल करने तो आते हैं, लेकिन फिर पीछे मुड़ कर नहीं देखते हैं।
प्रदेश सरकार का जल संचय करने के लिए तालाबों को कब्जा मुक्त कराने का अभियान भले ही कागजों में चलाया जा रहा हो, लेकिन हकीकत में कुछ ओर ही नजर आ रहा है। जिसकी असलियत गांव कमालपुर के आदर्श तालाब पर देखी जा सकती है। गांव और बारिश के पानी को संचय करने के लिए बनाया गया आदर्श तालाब सरकारी कागजों में दो एकड़ के लगभग हैं। लेकिन मौके पर मात्र दस बीघा का ही शेष रह गया है। तालाब पर गांव के दबंगों ने मकान बना लिए और जां जमीन खाली पड़ी हुई है। उस पर दबंगों ने बुर्जी बिटोड़ा रख लिए है। जिसके कारण तालाब दिनों दिन सिमटता जा रहा है। ग्राम प्रधान सतपाल सिंह ने बताया कि तालाब को कब्जा मुक्त कराने के लिए कई बार तहसील अधिकारियों से शिकायत की गई है। जिसमें तहसील की टीम कई बार मौके पर आकर नापतौल भी कर चुकी है। लेकिन तालाब को कब्जा मुक्त कराने की पहल आज तक नही की है। जिसके कारण तालाब का रकबा लगातार घटता जा रहा है।