किनारे तक पहुंचा नहर का पानी, सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
नरौरा स्थित चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज से निकली एलजीसी (हजारा) नहर पानी अधिक छोड़े जाने के कारण उफान पर है। पानी रिसाव के कारण फ्रांस बींस गेहूं टमाटर भिडी बैंगन आदि की सैकड़ों बीघा खेती जल मग्न हो गई।
बुलंदशहर, जेएनएन। नरौरा स्थित चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज से निकली एलजीसी (हजारा) नहर पानी अधिक छोड़े जाने के कारण उफान पर है। पानी रिसाव के कारण फ्रांस बींस, गेहूं, टमाटर, भिडी, बैंगन आदि की सैकड़ों बीघा खेती जल मग्न हो गई। उधर, नहर में पानी का स्तर बढ़ हुआ है और लगातार नहर का पानी खेतों में जा रहा है। सब्जी की जलमग्न फसल पर खराब होने का खतरा बढ़ गया है।
शुक्रवार को नगर के चौधरी चरण सिंह गंगा बैराज से निकली एलजीसी (हजारा) नहर के निकटतम ग्राम निवाड़ी खादर के जगदीश, मोहनलाल, फूल सिंह, गंगाराम, खमानी, नेतराम, जय सिंह, सोनपाल, वीरी सिंह, खमानी आदि ग्रामीणों ने सिचाई विभाग के एसडीओ जुल्फिकार से मिलकर बताया कि गंगा बैराज से निकली एलजीसी (हजारा) नहर के फुल चलने के कारण नहर किनारे हो रहे सीपेज से सभी ग्रामीणों के खेत जलमग्न हो गए हैं। जिससे किसानों की नहर के फुल फ्रांस बींस, गेंहू, टमाटर, भिडी, बैंगन आदि की लगभग 50 बीघा खेती नष्ट हो गई है। जबकि इतनी ही फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। सिचाई विभाग के एसडीओ जुल्फिकार ने बताया कि मौके पर अधिकारियों को भेजा गया। निचले इलाकों में पानी की मांग ज्यादा होने के कारण पानी का लेवल बढ़ा हुआ है। इससे पानी रिसाव होने से निचले खेतों में पानी चला गया है। नहर के पानी का लेवल कम होने के साथ ही यह समस्या खत्म हो जाएगी।