Move to Jagran APP

नहर की पटरी टूटी, हजारो बीघा फसल जलमग्न

सिचाई विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र के गांव कमालपुर के जंगल में शुक्रवार की रात नहर की पटरी टूट गई। जिससे नहर की पानी खेतों में भरने से गेहूं जौ मक्का और गन्ना की फसल जलमग्न हो गई। ग्रामीणों ने सिचाई विभाग के साथ जिला प्रशासन को भी घटना की सूचना दी लेकिन घंटों बाद भी कोई मौके पर नहीं आया। बाद में ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया जिस पर एसडीओ ने जेसीबी को मौके पर बुलाकर कर नहर की कटी पटरी की मरम्मत कराई।

By JagranEdited By: Published: Sat, 22 Feb 2020 10:46 PM (IST)Updated: Sat, 22 Feb 2020 10:46 PM (IST)
नहर की पटरी टूटी, हजारो बीघा फसल जलमग्न
नहर की पटरी टूटी, हजारो बीघा फसल जलमग्न

बुलंदशहर जेएनएन। सिचाई विभाग की लापरवाही के चलते क्षेत्र के गांव कमालपुर के जंगल में शुक्रवार की रात नहर की पटरी टूट गई। जिससे नहर की पानी खेतों में भरने से गेहूं, जौ, मक्का, और गन्ना की फसल जलमग्न हो गई। ग्रामीणों ने सिचाई विभाग के साथ जिला प्रशासन को भी घटना की सूचना दी, लेकिन घंटों बाद भी कोई मौके पर नहीं आया। बाद में ग्रामीणों ने हंगामा शुरू कर दिया, जिस पर एसडीओ ने जेसीबी को मौके पर बुलाकर कर नहर की कटी पटरी की मरम्मत कराई।

loksabha election banner

शुक्रवार रात गांव कमालपुर के निकट होकर गुजर रही नहर की पटरी अचानक कट गई और पानी खेतों में खड़ी फसल में भरने लगा। शनिवार सुबह जब किसान खेतों पर पहुंचे तो पानी से लबालब देखा। किसानों ने तत्काल नहर की पटरी कटने की सूचना प्रशासन और सिचाई विभाग के अधिकारियों को दी। लेकिन कोई मौके पर नहीं पहुंचा। उधर, ग्रामीणों ने अपने स्तर से टूटी पटरी की मरम्मत का काम शुरू किया, लेकिन पानी का तेज बहाव होने के कारण पानी नहीं रोका जा सका। उधर, घंटों तक मौके पर किसी अधिकारी के नहीं आने से ग्रामीण भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर जिलेदार ओंकार सिंह, एसडीओ विनोद कुमार मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन से कटी हुई पटरी को बंद कराया। किसानों की मेहनत पर फिर रहा पानी

जिले से होकर निकल रहे रजवाहों और नहरों की पटरी कटने की घटना लगातार हो रही हैं। पिछले दिनों खुर्जा, स्याना, ऊंचागांव, सिकंदराबाद आदि क्षेत्र में पटरी कटने से भी किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया था। कमालपुर के ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में नहर की पटरी कट चुकी है और फसल जलमग्न हो चुकी है। किसानों की जलमग्न हुई फसल

नहर की पटरी कटने से जिन किसानों की फसल डूबी है। उनमें राजेंद्र सिंह, देवराज, योगेश, कृष्ण सिंह, मदन सिंह, दुर्गा सिंह, खानचंद सिंह, राजपाल सिंह, रामपाल सिंह, विजेन्द्र सिंह, पूरन सिंह, ओमप्रकाश सिंह, जयप्रकाश सिंह, महीपाल सिंह, बनी सिंह, संजय सिंह, सुभाष सिंह, भीम सिंह, जयपाल सिंह, चमन सिंह, नानक सिंह, धीरज सिंह, आदि किसानों की फसल जलमग्न हुई है। इन्होंने कहा ..

जंगली जीव द्वारा खुदाई करने के कारण नहर की पटरी टूट गई । फिलहाल पटरी की मरम्मत कर इसे ठीक कर दिया गया है। किसानों की फसल जलमग्न हो गई है।

- ओंकार सिंह, जिलेदार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.