रातभर कमरे में लकड़ी जलाकर सोते रहे व्यापारी और मुनीम, सुबह मृत मिले
नरौरा के बड़े हार्डवेयर व्यापारी और उनके मुनीम की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। दोनों के शव दुकान के पीछे बने कमरे में पड़े मिले। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Sun, 03 Feb 2019 01:33 PM (IST)Updated: Sun, 03 Feb 2019 01:33 PM (IST)
बुलंदशहर, जेएनएन। नरौरा के प्रतिष्ठित हार्डवेयर व्यापारी और उनके मुनीम की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। दुकान के पीछे बने कमरे में दोनों के शव पड़े मिले। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मान रही है कि ठंड के चलते कमरे में लकड़ियां जलाई गईं होंगी। इसी दौरान दोनों की आंख लग गई और दम घुटने से उनकी मौत हो गई।
हार्डवेयर का व्यापार है
दीनदयाल उपाध्याय चौक निवासी कृष्णराज वार्ष्णेय की लाला ज्वालाप्रसाद बिशनचंद के नाम से हार्डवेयर की दुकान है। शनिवार को बाजार बंदी होने के कारण शाम के समय कृष्णराज अपने मुनीम अमित अग्रवाल के साथ दुकान के पीछे बने कमरे में बैठे थे। काफी समय तक घर न पहुंचने पर कृष्णराज की पत्नी नीतू वार्ष्णेय ने फ़ोन पर संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई। नीतू ने उनके यहां कार्यरत चौकीदारों से जानकारी ली। चौकीदार द्वारा बताए जाने पर वह दुकान के पीछे बने कमरे में पहुंचीं। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने तथा बार-बार खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उन्होंने चौकीदार को खिड़की तोड़कर अंदर जाने को कहा।
खिड़की तोड़कर अंदर दाखिल हुए
चौकीदार खिड़की तोड़कर कमरे में दाखिल हुआ और अंदर से बंद दरवाजे को खोला। कमरे के अंदर कृष्णराज व अमित अचेत पड़े थे। उन्हें तत्काल नरौरा परमाणु केंद्र के अस्पताल ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल द्वारा दी गई सूचना पर पहुंची पुलिस ने आला अधिकारियों को सूचित किया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी, सीओ डिबाई रवींद्र सिंह, सीओ स्याना राघवेंद्र मिश्र मय फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचे।
शराब का क्वार्टर मिला
छानबीन के दौरान पुलिस को शराब का क्वार्टर मिला जो आधा खाली था। नमकीन के पाउच तथा कांच के गिलास भी मिले। पुलिस ने कमरे से बरामद की गई सामग्री को जब्त कर लिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के कारण की पुष्टि हो पाएगी।
बंद कमरे में अंगीठी या हीटर जलाने के नुकसान
ठंड से बचने के लिए यदि आप बंद कमरे में हीटर या अंगीठी आदि का प्रयोग करते हैं तो सावधान हो जाइए। आपको यह नुकसान को हो सकता है।
हार्डवेयर का व्यापार है
दीनदयाल उपाध्याय चौक निवासी कृष्णराज वार्ष्णेय की लाला ज्वालाप्रसाद बिशनचंद के नाम से हार्डवेयर की दुकान है। शनिवार को बाजार बंदी होने के कारण शाम के समय कृष्णराज अपने मुनीम अमित अग्रवाल के साथ दुकान के पीछे बने कमरे में बैठे थे। काफी समय तक घर न पहुंचने पर कृष्णराज की पत्नी नीतू वार्ष्णेय ने फ़ोन पर संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई। नीतू ने उनके यहां कार्यरत चौकीदारों से जानकारी ली। चौकीदार द्वारा बताए जाने पर वह दुकान के पीछे बने कमरे में पहुंचीं। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने तथा बार-बार खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। इस पर उन्होंने चौकीदार को खिड़की तोड़कर अंदर जाने को कहा।
खिड़की तोड़कर अंदर दाखिल हुए
चौकीदार खिड़की तोड़कर कमरे में दाखिल हुआ और अंदर से बंद दरवाजे को खोला। कमरे के अंदर कृष्णराज व अमित अचेत पड़े थे। उन्हें तत्काल नरौरा परमाणु केंद्र के अस्पताल ले जाया गया। यहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। अस्पताल द्वारा दी गई सूचना पर पहुंची पुलिस ने आला अधिकारियों को सूचित किया। एसएसपी प्रभाकर चौधरी, सीओ डिबाई रवींद्र सिंह, सीओ स्याना राघवेंद्र मिश्र मय फॉरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुंचे।
शराब का क्वार्टर मिला
छानबीन के दौरान पुलिस को शराब का क्वार्टर मिला जो आधा खाली था। नमकीन के पाउच तथा कांच के गिलास भी मिले। पुलिस ने कमरे से बरामद की गई सामग्री को जब्त कर लिया। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही मौत के कारण की पुष्टि हो पाएगी।
बंद कमरे में अंगीठी या हीटर जलाने के नुकसान
ठंड से बचने के लिए यदि आप बंद कमरे में हीटर या अंगीठी आदि का प्रयोग करते हैं तो सावधान हो जाइए। आपको यह नुकसान को हो सकता है।
- अंगीठी में इस्तेमाल होने वाले कोयले या लकड़ी के जलने से कार्बन मोनोऑक्साइड के अलावा भी कई अन्य जहरीली गैसें निकलती हैं, जो जानलेवा साबित होती है।
- ऐसा करने से कमरे में ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है। कार्बन का लेवल बढ़ जाता है जोकि सांस के जरिए ब्रेन में पहुंचता है। इससे इंसान बेहोश हो जाता है और जान भी जा सकती है।
- लंबे समय तक कमरे में ब्लोअर या हीटर जलाने से कमरे का तापमान बढ़ जाता है और नमी का स्तर घट जाता है, ऐसे में सामान्य लोगों में सांस लेने की समस्या पैदा हो सकती है।
- यदि हीटर आदि का प्रयोग कर भी रहे हैं तो कमरे में एक बाल्टी पानी भरकर रख दें, इससे नमी का स्तर बना रहेगा। कुछ हद तक नुकसान से बचा जा सकता है।
- कमरे में यदि आग जलाते हैं तो फर्श पर नहीं सोना चाहिए। हीटर या ब्लोअर को भी लंबे समय तक कमरे में नहीं चलाना चाहिए।
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