धड़ल्ले से जलाई जा रही पराली, बढ़ रहा प्रदूषण
जिले में पराली जलने से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सरकारी मशीनरी प्रदूषण रोकने की दिशा में सुस्त दिखाई दे रही है। इसका खामियाजा लोगों को भी उठाना पड़ रहा है।
बुलंदशहर: जिले में पराली जलने से प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सरकारी मशीनरी प्रदूषण रोकने की दिशा में सुस्त दिखाई दे रही है। इसका खामियाजा लोगों को भी उठाना पड़ रहा है।
कूड़े से लेकर पराली जलाए जाने से प्रदूषण बढ़ रहा है। इस तथ्य से लोग भलीभांति परिचित हैं। वर्तमान में प्रदूषण सबसे ज्वलनशील मुद्दों में से एक है। भले ही सरकारी मशीनरी प्रदूषण को रोकने की दिशा में कागजी प्रयास कर रही हो, लेकिन धरातल पर स्थिति इसके विपरीत साबित हो रही है। जिले में दिन प्रतिदिन प्रदूषण स्तर का ग्राफ बढ़ रहा है। शासन की सख्ती के बाद भी नियमों को अनदेखी हो रही है। जिले में नियमों को ताक पर रखकर पराली और कूड़ा जलाया जा रहा है। इसकी बानगी शुक्रवार को खुर्जा-अलीगढ़ रोड किनारे पराली जलाने के मामले में देखी जा सकती है। जिसकी वजह से प्रदूषण स्तर में इजाफा हो रहा है। पराली जलाने वालों को कार्रवाई का भी भय नहीं है। जबकि यहां से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कार्यालय महज कुछ ही दूरी पर है। वहीं दूसरी ओर गत दिनों जिले का एक्यूआइ (वायु गुणवत्ता सूचकांग) 400 के पार जा चुका है। भले ही कुछ लोग पिछले सात दिनों में बढ़े प्रदूषण का ठीकरा इज्तिमा कार्यक्रम पर फोड़ रहे हो। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से संपर्क नहीं हो सका।