स्याना हिंसा के शिकार सुमित के पिता आत्मदाह नहीं आमरण अनशन करेंगे Bulandshahr News
बुलंदशहर के स्याना कस्बे में 2018 में हुई हिंसा के दौरान जान गंवाने वाले सुमित के पिता अमरजीत ने अब आत्मदाह करने के बजाए आमरण अनशन की बात कही है।
बुलंदशहर, जेएनएन। अमरजीत ने आगामी तीन दिसंबर को आत्मदाह की बात को वापस लेते हुए अब आमरण अनशन की चेतावनी दी है। चिंगरावठी निवासी अमरजीत के बेटे सुमित की स्याना हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी। जिसके बाद से अमरजीत अपने बेटे को शहीद का दर्जा, छोटे बेटे को सरकारी नौकरी सहित घटना की जांच सीबीआई से कराने के लिए लगातार प्रदेश सरकार से मांग कर रहा है। लगभग एक माह पूर्व अमरजीत ने अपने बेटे की मूर्ति के अनावरण के अवसर पर आगामी तीन दिसंबर को सुमित की पहली पुण्यतिथि पर मांग पूरी नहीं होने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी।
पत्रकार वार्ता में दी जानकारी
शनिवार को अमरजीत ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि लोगों के निवेदन पर उन्होंने आत्मदाह करने का फैसला वापस ले लिया है। कहा कि अब वह आगामी 23 दिसंबर को किसान दिवस पर मांग पूरी नहीं होने तक आमरण अनशन की शुरुआत करेंगे। विदित हो कि तीन दिसंबर 2018 को क्षेत्र के ग्राम महाम में गोवंश के अवशेष मिलने पर खूनी हिंसा भड़क गई थी। हिंसा के दौरान तत्कालीन कोतवाल सुबोध कुमार शहीद हो गए थे। वहीं चिंगरावठी निवासी सुमित की गोली लगने से मौत हो गई थी। अमरजीत ने बताया कि प्रदेश सरकार तो उसकी सुन नही रही है। इसलिए अब उन्होंने गृह मंत्री को पत्र लिखकर सीबीआई और अन्य मांग रखी है।