Bulandshahr: मगरमच्छ ने नहीं खींचा था युवक, नाव चालक ने बोला था झूठ, छह दिन बाद बरामद हुआ शव
बुलंदशहर के नरौरा नगर निवासी विनोद मछली पकड़ने और खादर में खेती का काम करता था। 23 नवंबर की रात को वह मनवीर के साथ गंगा में नाव से टापू की ओर गया था। नाव चालक मनवीर ने मगरमच्छ द्वारा विनोद को खींचकर ले जाने का शोर मचाया था।
बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। छह दिन पूर्व गंगा में युवक को मगरमच्छ द्वारा खींचने की कहानी झूठी निकली। सोमवार को पुलिस ने गंगा से युवक का शव बरामद कर लिया और झूठी कहानी सुनाने वाले नाव चालक को हिरासत में ले लिया, जिससे पूछताछ की जा रही है।
नाव चालक ने मगरमच्छ के खींचकर ले जाने का मचाया था शोर
नरौरा नगर के मोहल्ला खादर निवासी 27 वर्षीय विनोद पुत्र मेवाराम नहर से मछली पकड़ने और खादर में खेती का काम करता था। 23 नवंबर यानि बुधवार की रात को वह मनवीर उर्फ मुनीम के साथ गंगा नदी में नाव से टापू की ओर गया था। इसी दौरान खेंचा आश्रम घाट के समीप नाव चालक मनवीर ने मगरमच्छ द्वारा विनोद को खींचकर ले जाने का शोर मचाया था। मनवीर द्वारा बताई गई कहानी के बाद स्वजन ने नाव की मदद से विनोद की गंगा में तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद पुलिस ने मनवीर को हिरासत में लिया।
बैराज के गेट के पास पानी से मिला शव
मनवीर ने पुलिस को भी मगरमच्छ के हमले की कहानी सुनाई। उसी दिन से पुलिस और स्वजन गंगा में विनोद की तलाश कर रहे थे। नरौरा थाना प्रभारी अजीत पाल ने बताया, सोमवार को नरौरा गंगा बैराज के एक गेट के समीप पानी से विनोद का शव बरामद हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। मनवीर से पूछताछ की जा रही है।
पिता नाविक की कहानी पर शुरू से ही जता रहे थे संदेह
विनोद के पिता पहले दिन से मनवीर की कहानी पर संदेह जता रहे थे लेकिन मनवीर लगातार पुलिस व स्वजन को गुमराह कर रहा था। पिता का कहना था कि बेटा अच्छा तैराक था। वह डूब नहीं सकता था। उधर, स्वजन को जब विनोद के शव मिलने की जानकारी मिली तो वह मोहल्ले वालों के साथ बैराज पहुंच गए। पुलिस के समझाने पर वह बैराज से दो किलोमीटर दूर सड़क किनारे जाकर खड़े हो गए।
पुलिस द्वारा स्वजन को विनोद का शव न दिखाने से गुस्साए लोगों ने आगरा-मुरादाबाद हाईवे (एनएच-509) पर जाम लगा दिया। आधा घंटे बाद पुलिस पिकअप से शव लेकर वापस आई। शव देखने के बाद ही स्वजन ने जाम खोला। विनोद की पत्नी और दो बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।