दारोगा पर डेढ़ लाख रूपये रिश्वत लेने का आरोप, मुकदमा दर्ज
बुलंदशहर के गुलावठी थाने के दारोगा तफसील अहमद ने मुकदमा दर्ज करने के नाम पर चार लाख रूपये की डिमांड की, लेकिन पीड़ित ने असमर्थता जताई तो डेढ़ लाख में माने दारोगा।
By Taruna TayalEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 04:13 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 04:13 PM (IST)
बुलंदशहर, जेएनएन। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही प्रदेश में भ्रष्टाचार के खात्में के लिए प्रयासरत हों, लेकिन योगी की पुलिस, सुधरने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन पुलिस पर पक्षपात एवं रिश्वत
लेने के आरोप लगते ही रहते हैं। ऐसा ही एक मामला गुलावठी थाने का सामने आया है जहां एक दारोगा में मुकदमा दर्ज करने के नाम पर चार लाख रूपये की डिमांड की, लेकिन पीड़ित ने असमर्थता जताई तो डेढ़ लाख लेकर दारोगा मान गया फिर भी कार्रवाई नहीं हुई।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम हरचना निवासी बूढ़ी महिला माया देवी पत्नी स्व: बलवन्त सिंह का
आरोप है कि उसके खेत में टयूवैल का कनेक्शन मंजूर है। खम्बा लगाने के लिए जे.ई. उसके गांव में गये तो दूसरी पार्टी के लोग ने कागज फाड़ दिये और उसके पोते को पीटा व तमंचा दिखाया। जिसके बाद वह लोग जे.ई. के साथ थाने आए। उनका कहना है कि ग्राम उदयपुर का लाला थाने में तैनात दरोगा तफसील अहमद से बात करके आए और बताया कि कार्रवाई के लिए चार लाख रूपये लगेंगे। लेकिन पीड़ति ने असमर्थता जताई तो डेढ़ लाख रूपये में बात हो गई।
पैसे भी लिये और कार्रवाई भी नहीं की
पीड़तिा का आरोप है कि यह रूपये दरोगा ने कार्रवाई के नाम पर लिए थे लेकिन ना तो कार्रवाई हुई और न ही रूपये वापस मिले। थाने में आरोपित दरोगा तफसील अहमद व लाला के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
लेने के आरोप लगते ही रहते हैं। ऐसा ही एक मामला गुलावठी थाने का सामने आया है जहां एक दारोगा में मुकदमा दर्ज करने के नाम पर चार लाख रूपये की डिमांड की, लेकिन पीड़ित ने असमर्थता जताई तो डेढ़ लाख लेकर दारोगा मान गया फिर भी कार्रवाई नहीं हुई।
यह है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के ग्राम हरचना निवासी बूढ़ी महिला माया देवी पत्नी स्व: बलवन्त सिंह का
आरोप है कि उसके खेत में टयूवैल का कनेक्शन मंजूर है। खम्बा लगाने के लिए जे.ई. उसके गांव में गये तो दूसरी पार्टी के लोग ने कागज फाड़ दिये और उसके पोते को पीटा व तमंचा दिखाया। जिसके बाद वह लोग जे.ई. के साथ थाने आए। उनका कहना है कि ग्राम उदयपुर का लाला थाने में तैनात दरोगा तफसील अहमद से बात करके आए और बताया कि कार्रवाई के लिए चार लाख रूपये लगेंगे। लेकिन पीड़ति ने असमर्थता जताई तो डेढ़ लाख रूपये में बात हो गई।
पैसे भी लिये और कार्रवाई भी नहीं की
पीड़तिा का आरोप है कि यह रूपये दरोगा ने कार्रवाई के नाम पर लिए थे लेकिन ना तो कार्रवाई हुई और न ही रूपये वापस मिले। थाने में आरोपित दरोगा तफसील अहमद व लाला के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
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