दो पक्षों में खूनी संघर्ष, सभासद समेत दो घायल
शिकारपुर में कोतवाली से सटे हुए मोहल्ला लाल दरवाजा में एक ही समुदाय के दो पक्षों में रंजिश के चलते खूनी संघर्ष हुआ। इस दौरान फायरिग भी हुई। जिसमें नगरपालिका सभासद समेत दो लोग लहूलुहान हो गए। गंभीरावस्था में सभासद को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। उधर कोतवाली में तैनात एसएसआइ सुनील गौतम ने बताया कि इस प्रकार की कोई घटना उनके संज्ञान में नहीं हुई।
जेएनएन, बुलंदशहर। शिकारपुर में कोतवाली से सटे हुए मोहल्ला लाल दरवाजा में एक ही समुदाय के दो पक्षों में रंजिश के चलते खूनी संघर्ष हुआ। इस दौरान फायरिग भी हुई। जिसमें नगरपालिका सभासद समेत दो लोग लहूलुहान हो गए। गंभीरावस्था में सभासद को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। उधर, कोतवाली में तैनात एसएसआइ सुनील गौतम ने बताया कि इस प्रकार की कोई घटना उनके संज्ञान में नहीं हुई।
कस्बे के मोहल्ला लाल दरवाजा निवासी नगरपालिका के वार्ड संख्या 19 से सभासद जमशेद बीती रात वह चार वर्षीय पुत्री उमरा को लेकर कंफेक्शनरी की दुकान से कोल्डड्रिक एवं चिप्स आदि लेकर लौट रहे थे। रास्ते में उन्हें कुछ लोगों ने घेर लिया। उनकी लोहे की राड एवं लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की। अचेत अवस्था में उन्हें स्वजन एवं अन्य लोगों द्वारा सीएचसी ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने हालत देखकर उन्हें जिला चिकित्सालय रेफर किया। आरोप है कि इस दौरान दहशत फैलाने के उद्देश्य से फायरिग भी की गई। दोनों पक्षों में पिछले काफी दिनों से रंजिश चली आ रही है। इस घटना में दूसरे पक्ष का आमिर भी घायल है। एसएसआइ ने बताया कि अभी कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। स्वजन से बिछड़ी वृद्धा, पुलिस ने मिलवाया
बुलंदशहर। जहांगीराबाद क्षेत्र की एक वृद्धा अपने घर से अस्पताल जाने के लिए निकली, कितु बुलंदशहर पहुंचकर लापता हो गईं। पुलिसकर्मियों ने वृद्धा को भटकते देखकर उनके साथ स्वजन की खोजबीन शुरू की। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद जिला अस्पताल में परिजन मिल गए।
गुरुवार सुबह जहांगीराबाद क्षेत्र से 80 वर्षीय वृद्धा उपचार के लिए जिला अस्पताल के लिए निकली थी, जबकि वृद्धा के परिजन किसी और जगह से जिला अस्पताल पहुंचने वाले थे। बुलंदशहर पहुंचने के बाद वृद्धा को जिला अस्पताल का नाम याद नहीं रहा। कालाआम पुलिस चौकी पर नगर कोतवाल अखिलेश त्रिपाठी ने वृद्धा को परेशान घूमते हुए देखा तो उनसे बातचीत कर समस्या की जानकारी ली। वृद्धा सिर्फ इतना बता सकी कि उन्हें किसी अस्पताल जाना है। इसके बाद नगर कोतवाल ने दो पुलिसकर्मियों को वृद्धा के साथ विभिन्न अस्पताल जाने के लिए भेजा, ताकि उनके परिजन मिल सके। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद वृद्धा के परिजन जिला अस्पताल में मिल गए। परिजन भी वृद्धा को तलाशते फिर रहे थे।