खंड बरसात ने गिराया तापमान
मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक बैठा। तापमान में बढ़ोत्तरी और आद्रता घटने से मौसम का मिजाज बिगाड़ा रहा है। मंगलवार देर रात से ही जिले पर सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र अपना असर दिखाता रहा। जिसकी वजह से तेज हवाएं चलने से आंधी का अहसास हुआ। जिले के विभिन्न इलाकों में खंड बरसात हुई और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि बुधवार सुबह को आसमान में बदली छाई लेकिन शाम तक बूंदाबांदी की सूचनाएं प्राप्त नहीं हुई। वहीं मौसम वैज्ञानिक ने अभी आने वाले तीन दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने का अनुमान जताया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक बैठा। तापमान में बढ़ोत्तरी और आद्रता घटने से मौसम का मिजाज बिगाड़ा रहा है। मंगलवार देर रात से ही जिले पर सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र अपना असर दिखाता रहा। जिसकी वजह से तेज हवाएं चलने से आंधी का अहसास हुआ। जिले के विभिन्न इलाकों में खंड बरसात हुई और तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि बुधवार सुबह को आसमान में बदली छाई, लेकिन शाम तक बूंदाबांदी की सूचनाएं प्राप्त नहीं हुई। वहीं, मौसम वैज्ञानिक ने अभी आने वाले तीन दिनों तक इसी तरह का मौसम बने रहने का अनुमान जताया है।
मौसम के करवट बदलने से मंगलवार को जहां अधिकतम तापमान 36 डिग्री रिकार्ड किया गया, वहीं बुधवार को इसमें एक डिग्री की गिरावट हुई। पारा 35 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान दो डिग्री नीचे आया और 19 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम वैज्ञानिक डा. रामानंद पटेल के अनुसार तापमान ऊपर चढ़ने और आद्रता गिरने से मौसम ने करवट बदली है। ऐसे में जिले पर खंड वर्षा का असर बन गया है। जिले के जिस हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र अधिक सक्रिय होगा वहां पर बरसात होगी, जहां यह कम सक्रिय होगा वहां बूंदाबांदी होगी। मंगलवार की रात्रि इसी वजह से कहीं बूंदाबांदी और कहीं तेज बरसात हुई। अब 24 तक चमक-गरज के साथ खंड वर्षा का असर बनने रहने का पूर्वानुमान है। अंतिम दिन लोगों ने की मां सिद्दिदात्री की पूजा
दानपुर में नवरात्र के अंतिम दिन लोगों ने मां सिद्धिदात्री की पूजा की। घरों में हवन कर देवी मां को भोग लगाकर प्रसाद बांटा। पूजा के साथ अधिकांश घरों में कन्याओं को भोजन कराया गया। साथ ही महिलाओं ने उन्हें बर्तन, कपड़े फल दक्षिणा इत्यादि देकर विदा किया। पूजा के बाद महिलाओं ने घरों में सजी चौकियां विसर्जित की। लोगों का कहना था कि मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से मनुष्य के शरीर में शक्ति का संचार होता है। हालांकि क्षेत्रीय मंदिरों में देवी मां के दर्शन नहीं होने से लोग मायूस दिखे। क्योंकि संक्रमण फैलने के कारण मंदिर कमेटी पदाधिकारियों ने मंदिरों को बंद कर दिया था।