भाकियू के नेतृत्व में हाईवे-91 पर किसानों ने फूंका सरकार का पुतला
भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने हाईवे-91 पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला दहन कर अपना विरोध जताया। साथ ही आरपार की लड़ाई करने का एलान कर दिया। साथ ही आगामी एक नवंबर से तहसील में अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी है।
अरनिया: भाकियू के नेतृत्व में किसानों ने हाईवे-91 पर पहुंचकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला दहन कर अपना विरोध जताया। साथ ही आरपार की लड़ाई करने का एलान कर दिया। साथ ही आगामी एक नवंबर से तहसील में अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी है।
अरनिया क्षेत्र के पांच गांवों की भूमि को थर्मल पॉवर प्लांट के लिए अधिग्रहित किया गया है। इसके उचित मुआवजे की मांग को लेकर किसान धरना दे रहे हैं। सोमवार को पुलिस ने टीएचडीसी (टहरी हाईड्रो डवलपमेंट कॉरपोरेशन) के गेस्ट हाउस परिवार में धरना दे रहे किसानों को हिरासत में ले लिया था। विरोध में काफी किसानों ने गिरफ्तारी दी थी। जिन्हें देर रात अरनिया क्षेत्र में छोड़ा गया।
मंगलवार दोपहर को भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष मांगेराम त्यागी किसानों के बीच पहुंचे। उन्होंने पंचायत में कहा कि सरकार और प्रशासन ने बिना उचित मुआवजा दिए किसानों की जमीन छीन ली। किसानों को धरना देने से रोककर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस पर किसानों ने हाईवे-91 पर पहुंचकर प्रदेश सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया। उन्होंने एक नवंबर को तहसील में अनिश्चितकालीन धरना देने की चेतावनी दी। सुनवाई न होने पर पांच नवंबर को एसडीएम कार्यालय पर महापंचायत करने का एलान किया है। इस दौरान अजय ¨सह, बब्बन चौधरी, राजकुमार ¨सह, कैलाश भागमल गौतम, समरजीत, रनवीर, सुरेंद्र, योगेश, किशन, मनोज, सुशील देवी, मूर्ति देवी आदि रहे।