भाकियू ने किया तहसीलदार का घेराव बनाया बंधक
अनूपशहर में भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति ने एक लेखपाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर निलंबन की कार्रवाई की मांग को लेकर तहसील परिसर में धरना देकर तहसीलदार को बंधक बनाया।
बुलंदशहर, जागरण टीम। अनूपशहर में भारतीय किसान यूनियन महाशक्ति ने एक लेखपाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर निलंबन की कार्रवाई की मांग को लेकर तहसील परिसर में धरना देकर तहसीलदार को बंधक बनाया।
शनिवार को भाकियू महाशक्ति के बैनर तले गांव भिरौली के लेखपाल वैभव तेवतिया पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर निलंबन की मांग की। धरनारत किसानों से तहसीलदार बालेन्दु भूषण वर्मा ने समस्या की जानकारी ली। किसानों ने तहसीलदार को भी धरना स्थल पर बंधक बनाकर बैठा लिया। काफी देर तक घटनाक्रम को लेकर चर्चा के बाद तहसीलदार ने अपनी मौजूदगी में नाप कराने का प्रस्ताव रखा। किसानों ने तहसीलदार के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए आगामी 3 दिसम्बर को गांव भिरौली में लेखपाल द्वारा तहसीलदार की उपस्थिति में नाप करवाने की बात कही। दोनों पक्षों की सहमति के बाद किसानों ने धरना समाप्त कर दिया। इस मौके पर भाकियू महाशक्ति के डा.जगत सिंह सिसौदिया, संजय शर्मा, वीरेन्द्र सिंह लोधी, राकेश कुमार, जितेन्द्र कुमार, रवि लोधी, श्रीनिवास सैनी, कृष्णा कुमार, सुखवीर सिंह आदि मौजूद रहे। महिला और भ्रूण की मौत पर आठ माह बाद कराया मुकदमा
बुलंदशहर। नगर कोतवाली में मोहल्ला सरायकाजी निवासी जावेद अहमद ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया है कि मई 2020 को उसने अपनी गर्भवती पत्नी शाहजहां को डिलीवरी के लिए मुस्लिम इंटर कालेज रोड स्थित मेरठ लाइफ लाइन हास्पिटल में भर्ती कराया था। आरोप है कि अस्पताल के संचालक डा. मुरसलीन पंवार और डा. सहाना राणा ने उपचार में लापरवाही बरती, जिसके चलते पत्नी शाहजहां और उसके गर्भ में पल रहे शिशु की मौत हो गई। पीड़ित के विरोध जताने पर उससे अभद्रता की गई। नगर कोतवाली प्रभारी संजीव कुमार शर्मा ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दोनों चिकित्सकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।