बैंक मैनेजर पर रिश्वत मांगने का आरोप
कोरोना महामारी के कारण लागू किए गए लाकडाउन के कारण सभी की कमर टूट सी गई थी। इसीलिए रेहड़ी पटरी वाले मजदूर वर्ग को उनके काम धंधे में मदद करने के उद्देश्य से सरकार दस दस हजार रुपए लोन देने की योजना लागू की थी।
बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना महामारी के कारण लागू किए गए लाकडाउन के कारण सभी की कमर टूट सी गई थी। इसीलिए रेहड़ी पटरी वाले मजदूर वर्ग को उनके काम धंधे में मदद करने के उद्देश्य से सरकार दस दस हजार रुपए लोन देने की योजना लागू की थी। योजना के तहत नगर पालिका व नगर पंचायतों को रेहड़ी पटरी वाले श्रमिकों की सूची बनाने के लिए कहा गया था। नगर पंचायत द्वारा लगभग 400 लोगों की सूची तैयार की गई थी। सूची में जगह पाने वाले लोगों का आरोप है कि लोन पाने के लिए जब उन्होंने नगर के एक बैंक में संपर्क किया तो बैंक मैनेजर ने उनसे एक-एक हजार रुपये सुविधा शुल्क की मांग की। पात्र लोगों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। वहीं बैंक मैनेजर से बात करने पर उन्होंने बताया कि सभी आरोप निराधार हैं जो भी व्यक्ति वास्तविक रूप में पात्र पाया जाएगा तथा नियम व शर्तो को पालन करेगा उसका ऋण स्वीकृत किया जाएगा।