कांग्रेस के समय सेना दिखाती थी सफेद झंडा, अब बरसाती है गोलियां
जनसभा में आए युवाओं का जोश देख गृहमंत्री ने पुलमवामा घटना का जिक्र करते हुए जोश को और बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा बल के डायरेक्टर जरनल से हुई बातचीत का जिक्र भी किया। जिसमें उन्होंने पाक को करारा जवाब देने के आदेश दिए थे।
बुलंदशहर: जनसभा में आए युवाओं का जोश देखकर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पुलवामा के बदले का जिक्र कर उनके जोश को और बढ़ा दिया। इस दौरान उन्होंने सीमा सुरक्षा बल के महानिदेशक से हुई बातचीत का जिक्र भी किया। इस बातचीत में उन्होंने पाकिस्तानी सेना को करारा जवाब देने के आदेश दिए थे।
जनसभा में भारी संख्या युवाओं की रही। वे जोशीले अंदाज में मोदी-मोदी के नारे लगा रहे थे। ऐसे में उनके जोश को गृहमंत्री ने और रंग दे दिया। उन्होंने पुलवामा हमले के बाद भारतीय सेना की कार्रवाई का कई बार जिक्र किया। गृहमंत्री ने साल 2014 की एक घटना बताई। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री बनने के बाद एक दिन टीवी देखते हुए पता चला कि पाक सेना ने हमला करके पांच भारतीय सैनिकों को मार दिया है। यह देखकर उनसे रहा नहीं गया और रात करीब साढ़े दस बजे बीएसएफ के महानिदेशक को फोन करके घटना की जानकारी ली। उनसे कार्रवाई के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि कांग्रेस सरकार ने हमला करने की बजाए सफेद झंडे दिखाने के आदेश जारी कर रखे थे। वे अब तक 16 बार सफेद झंडा दिखाकर शांति की अपील कर चुके हैं। उन्होंने महानिदेशक को आदेश दिए कि अगर फिर से पाक सेना की तरफ से एक भी गोली आए तो सफेद झंडा नहीं दिखाना, बल्कि गोली चलाना। इतनी गोलियां चलनी चाहिए कि पाक सेना गिन भी न सके।
मुस्लिम देशों के संगठन ने भी माना लोहा
राजनाथ सिंह ने कहा कि ओआइसी (आर्गेनाइजेशन आफ इस्लामिक कोऑपरेशन) में 57 मुस्लिम देश हैं। इस संगठन के सम्मेलन में भारत को कभी न्योता नहीं मिला था। लेकिन भारत की बढ़ती लोकप्रियता का लोहा मानते हुए इस बार सम्मेलन का निमंत्रण दिया गया। पाक ने विरोध करते हुए सम्मेलन का बहिष्कार करने की बात कही। संगठन के पदाधिकारियों ने कह दिया कि कोई देश विरोध करते हुए आए या न आए, भारत को जरूर बुलाया जाएगा।