आरिफ मोहम्मद ने गुरु दक्षिणा में स्कूल को दिया था टीवी
केरल के राज्यपाल बने आरिफ मोहम्मद खान ने गांव दौलतपुर कलां के प्राथमिक विद्यालय में पांचवी की परीक्षा पास की थी।
बुलंदशहर, जेएनएन: केरल के राज्यपाल बने आरिफ मोहम्मद खान ने गांव दौलतपुर कलां के प्राथमिक विद्यालय में पांचवी की परीक्षा पास की थी। जिसमें शिक्षक के पद पर तैनात रहकर पूरनचंद शास्त्री ने गुरू की भूमिका निभाई थी। सन 1977 में जनता दल पार्टी से स्याना विधान सभा क्षेत्र से विधायक बने, लेकिन उसूलों की पहचान कहे जाने वाले आरिफ ने एक वर्ष बाद ही विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
विधायक पद से त्यागपत्र देने के बाद आरिफ मोहम्मद खान कांग्रेस में शामिल हो गए और देवरिया से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे। सांसद बने के बाद 1982 में केंद्र सरकार ने सूचना प्रसारण राज्यमंत्री बनाया। पूरनचंद शास्त्री ने बताया कि मंत्री बनने के बाद पहली बार जब क्षेत्र में आए तो उन्होंने गांव नरसेना के प्राथमिक विद्यालय को चलचित्र यानी टेलीविजन की सौगात दी थी और नव निर्मित स्कूल भवन का फीता काटकर उद्घाटन किया था। जिसका पत्थर आज भी स्कूल में लगा हुआ है।
गुरु के पैर छूना नहीं छोड़ा
पूरनचंद शास्त्री ने बताया कि आरिफ मोहम्मद खान ने विधायक और फिर मंत्री बनने के बाद भी अपने गुरुओं का सम्मान को कभी नहीं भुलाया। जब वह मंत्री थे और अपने काफिले के साथ कारों में चलते थे। जब अगर उन्हें रास्ते में गुरु मिल जाते थे तो वह वाहन से उतर कर पैर छूना नहीं भूलते थे।
करा दिया था तबादला
पूरनचंद शास्त्री ने बताया कि उनका तबादला एक बार अनूपशहर क्षेत्र के गांव जटपुरा के प्राथमिक विद्यालय के लिए कर दिया गया था। जहां पर साइकिल से आने जाने में परेशानी होती थी। तब आरिफ मोहम्मद खान मंत्री थे। एक बार उन्होंने अपने तबादले के लिए कहा था। आरिफ मोहम्मद खान ने डीएम को बुलाकर तत्काल उनका तबादला जटपुरा से पाली के प्राथमिक विद्यालय के लिए करा दिया था।