अफसर बन रहे अंजान, सिख समुदाय में उबाल
शहर के लाल तालाब के गुरुद्वारे को लेकर सिख समुदाय के दो पक्षों के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक पक्ष ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने दोनों पक्षों को रविवार को शहर में निकाली जाने वाली नगर कीर्तन की अनुमति दे दी है। जबकि यह विवाद का कारण बन सकती है।
बुलंदशहर, जेएनएन। शहर के लाल तालाब के गुरुद्वारे को लेकर सिख समुदाय के दो पक्षों के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब एक पक्ष ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों ने दोनों पक्षों को रविवार को शहर में निकाली जाने वाली नगर कीर्तन की अनुमति दे दी है। जबकि यह विवाद का कारण बन सकती है। इससे नाराज सिख समुदाय का एक पक्ष शनिवार की शाम कलक्ट्रेट में पहुंचा और महिलाओं के साथ विरोध में संगत लगा दी। यदि दोनों पक्षों को अनुमति दे दी गई है तो अफसरों की यह लापरवाही सिख समुदाय में बवाल करा सकती है। हालांकि सीओ सिटी का दावा है कि केवल उस पक्ष को अनुमति दी गई है, जो पिछले कई सालों से नगर कीर्तन करता आ रहा है।
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार दलजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने नगर कीर्तन के लिए 20 दिसंबर को अनुमति मांगी थी। उनकी अनुमति गत शुक्रवार तक भी नहीं की गई थी। दूसरे पक्ष ने अनुमति के लिए 10 जनवरी को आवेदन किया और उन्हें अनुमति दे दी गई। हालांकि पहले पक्ष को भी नगर कीर्तन की अनुमति दे दी गई। शनिवार को सरदार दलजीत सिंह को इसकी भनक लगी तो वह विरोध करने के लिए महिलाओं के साथ कलक्ट्रेट में पहुंच गए। यहां महिलाओं ने ढोलक औ मंजीरे के साथ संगत लगा दी। इस दौरान कलक्ट्रेट का माहौल ही बदल गया। सूचना पर सीओ सिटी राघवेंद्र सिंह पहुंचे और उन्होंने सरदार दलजीत सिंह को बताया कि उन्होंने केवल एक पक्ष को अनुमति दी है। यहीं नहीं, उन्होंने सरदार दलजीत सिंह और प्रदर्शनकारी महिलाओं को बताया कि उनके पक्ष को ही अनुमति दी गई है। दूसरे पक्ष को नहीं दी गई। जिसके बाद वह शांत हुए और वापस लौट गए। बता दें कि रविवार को सिख समुदाय की नगर कीर्तन होनी है। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सरदार दलजीत सिंह ने शुक्रवार को एसएसपी से मिलकर आशंका जताई थी कि नगर कीर्तन में दूसरा पक्ष खलल डाल सकता है। इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए।
दूसरे पक्ष का स्टॉल लगाने का भी विरोध
सरदार दलजीत सिंह पक्ष ने दूसरे पक्ष का स्टॉल लगाने के लिए भी इन्कार कर दिया है। दरअसल, सीओ सिटी ने दूसरे पक्ष का पक्ष रखते हुए बताया था कि उनका स्टॉल नगर कीर्तन में लगाने की अनुमति कमेटी को दे देनी चाहिए, लेकिन अध्यक्ष ने स्टॉल लगाने के लिए साफ मना कर दिया।