कोरोना जांच में लापरवाही पर चिकित्साधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि
सिकंदराबाद सीमा से जिले में प्रवेश करने वालों की कोरोना जांच में लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सिकंदराबाद चिकित्साधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि के निर्देश सीएमओ को दिए हैं। इसके साथ ही जांच कर रही टीम के सदस्यों का दो-दो दिन का वेतन काटने को कहा है।
जेएनएन, बुलंदशहर। सिकंदराबाद सीमा से जिले में प्रवेश करने वालों की कोरोना जांच में लापरवाही बरतने पर जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने सिकंदराबाद चिकित्साधिकारी को प्रतिकूल प्रविष्टि के निर्देश सीएमओ को दिए हैं। इसके साथ ही जांच कर रही टीम के सदस्यों का दो-दो दिन का वेतन काटने को कहा है। उन्होंने कहा कि यदि जांच में फिर लापरवाही मिली तो संबंधित के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की जाएगी।
डीएम के निर्देशों के बाद भी जिले की सीमाओं पर कोरोना की जांच का काम जिम्मेदारी के साथ नहीं किया जा रहा था। इसकी पोल डीएम के स्थलीय निरीक्षण में बीते दिन सामने आई। शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में बैठक के दौरान इस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बुलंदशहर के निवासी जो प्रतिदिन दिल्ली-गाजियाबाद एवं नोएडा के लिए आवागमन करते हैं। साथ ही 60 साल से अधिक उम्र के लोग या लक्षणयुक्त हों। जो बाहरी जनपद में इलाज के लिए आते-जाते हैं। उनका एंटीजन और आरटीपीसीआर टेस्ट नियमानुसार गुणवत्ता के साथ किया जाए। इसके अलावा बाहर से बसों और निजी वाहनों आदि के माध्यम से आने वाले व्यक्तियों, बुजुर्ग, कमजोर एवं कोरोना संदिग्ध व्यक्तियों को बार्डर पर रोककर उनकी टेस्टिंग की कार्रवाई की जाए। यदि कोई व्यक्ति सैंपल देने से मना करता है, तो कोरोना संक्रमण के कारण स्वयं एवं परिवार के सदस्यों को होने वाले खतरे के संबंध में जानकारी देकर मोटिवेट किया जाए। इसके बावजूद भी सैंपल नहीं देता है और उनके कारण संक्रमण फैलता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार एफआईआर दर्ज कराई जाए। बैठक में सीडीओ अभिषेक पांडेय, सीएमओ डा. भवतोष शंखधार समेत अधिकारी मौजूद रहे।