भूसे के लिए पड़ी 55 बीघा गेहूं की पराली में लगी आग
गेहूं की कंपास मशीन से निकासी के बाद खेत में पड़ी करीब 55 बीघा पराली जलकर राख हो गई। सूचना पर पहुंची फायर टीम ने किसी तरह से आग पर काबू पाया। उधर किसानों का कहना है कि गेहूं की पराली के जलने के बाद उनके सामने भूसा का संकट पैदा हो जाएगा।
बुलंदशहर, जेएनएन। गेहूं की कंपास मशीन से निकासी के बाद खेत में पड़ी करीब 55 बीघा पराली जलकर राख हो गई। सूचना पर पहुंची फायर टीम ने किसी तरह से आग पर काबू पाया। उधर किसानों का कहना है कि गेहूं की पराली के जलने के बाद उनके सामने भूसा का संकट पैदा हो जाएगा।
गांव खबरा निवासी किसान कलुआ पुत्र चतर सिंह ने करीब 45 बीघा और शिवम पुत्र प्रेमपाल ने करीब दस बीघा गेहूं की फसल की निकासी कंपास मशीन से कराई थी। इसके बाद से वह शेष बची गेहूं की पराली का भूसा बनाने के लिए रीपर मशीन के आने का इंतजार कर रहे थे। बताया गया कि रविवार दोपहर को विद्युत लाइन की चिगारी से खेत में खड़ी गेहूं की पराली में आग लग गई। आग की लपटों को निकलता हुआ देखकर मौके पर काफी किसान एकत्र हो गए। उन्होंने आग को फैलने से रोकते हुए फायर टीम को सूचित किया। सूचना पर पहुंची फायर टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। गनीमत रही कि ग्रामीणों ने आग को फैलने से रोक लिया, अन्यथा आसपास के खेतों में खड़ी गेहूं की फसल भी आग की चपेट में आ जाती। वहीं पीड़ित किसानों का कहना है कि उन्होंने भूसा के लिए पराली छोड़ी हुई थी। जिसके चलने के बाद उनके सामने अब पशुओं को खिलाने के लिए भूसा का संकट आ जाएगा। किसानों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।