हरियाणा से लाए गए 46 कामगार, क्वारंटाइन
राजस्थान के कोटा से छात्रों को जनपद में लाने के बाद अब हरियाणा में फंसे कामगारों को उनके घरों तक पहुंचाने की मुहिम शनिवार से शुरू हो गई है। शाम तक तक हरियाणा से कुल 46 कामगारों को लाया गया। इन कामगारों को स्याना में क्वारंटाइन किया गया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। राजस्थान के कोटा से छात्रों को जनपद में लाने के बाद अब हरियाणा में फंसे कामगारों को उनके घरों तक पहुंचाने की मुहिम शनिवार से शुरू हो गई है। शाम तक तक हरियाणा से कुल 46 कामगारों को लाया गया। इन कामगारों को स्याना में क्वारंटाइन किया गया है।
लॉकडाउन में पड़ोसी राज्य हरियाणा के औद्योगिक क्षेत्रों में फंसे कामगारों को उनके जनपद में पहुंचाने की मुहिम शुरू हो चुकी है। शासन ने जिला प्रशासन को 116 कामगारों को जनपद में भेजने की बात कही है। शनिवार की दोपहर दो बसों में 46 कामगार हाईवे स्थित नए बस अड्डे पर पहुंचे। जहां एडीएम प्रशासन रवींद्र कुमार, एसपी सिटी अतुल श्रीवास्तव, सीओ राघवेंद्र मिश्रा और एआरएमओ धीरज पंवार आदि के नेतृत्व में इन श्रमिकों का थर्मल स्कैन किया गया। इसके बाद इन कामगारों को स्याना क्वारंटाइन किया गया है। इनकी रिपोर्ट आने के बाद इन्हें घर पहुंचाया जाएगा। सरकारी खाने पर रहे आश्रित
हरियाणा के हिसार, रोहतक, चरखी दादरी, अंबाला, करनाल आदि क्षेत्रों से आए श्रमिकों ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान फैक्ट्री संचालकों और सरकारी खाद्यान्न के भरोसे 32 दिन व्यतीत किए हैं। परिजनों से फोन पर वार्ता कर लॉकडाउन खुलने पर घर आने के लिए आश्वस्त करते रहते थे। स्याना निवासी अमित कुमार ने बताया कि फैक्ट्री में कभी कच्चा तो कभी पका खाना आता था। गैरजनपद फंसे लोगों को लेने रवाना हुई 35 बसें
खुर्जा: लॉकडाउन के दौरान गैर जनपद में फंसे क्षेत्रीय लोगों को सकुशल वापस लाने के लिए शनिवार को खुर्जा डिपो की करीब 35 बसें रवाना हो गई। जो कि जल्द ही अन्य जनपदों में फंसे लोगों को वापस लाकर उनके घर पहुंचाएंगी। एआरएम एनके वर्मा ने बताया कि राजस्थान के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे उत्तर प्रदेश के लोगों को वापस लाने के लिए खुर्जा डिपो से 35 बसें रवाना की गई हैं। जल्द ही वहां फंसे लोगों को उनके घर तक पहुंचाया जाएगा। सभी बसों के चालाकों को निर्देश दिया गया है, कि प्रत्येक सवारियों के बीच सामाजिक दूरी बनाई जाए।