ढाई लाख की आबादी पर 250 कर्मी, कैसे हो सफाई
कर्मचारियों की कमी के कारण नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गई है।
जागरण संवाददाता, बुलंदशहर
कर्मचारियों की कमी के कारण नगर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गई है। आलम ये है कि सफाई कर्मचारी नियमित रूप से मोहल्लों में सफाई के लिए नहीं पहुंच रहे हैं। यही हाल कूड़ा उठाने का भी है। कई-कई दिन बाद तक कूड़ा उठाया जा रहा है। इससे संक्रामक रोग फैलने का खतरा है। नगर पालिका के प्रति लोगों में रोष व्याप्त है।
नियमानुसार नगरपालिका क्षेत्र में सफाई व्यवस्था सुचारु रखने के लिए 10 हजार की आबादी पर 28 कर्मचारी सफाई के लिए तैनात होने चाहिए। इस प्रकार करीब 650 सफाईकर्मियों की शहर की सफाई के लिए आवश्यक हैं। इसके अलावा कूड़ा उठाने और डं¨पग ग्राउंड तक पहुंचाने के लिए अलग से कर्मचारी तैनात होते हैं। लेकिन यहां ढाई लाख की आबादी पर मात्र 198 कर्मचारी स्थाई और करीब 70 संविदा पर तैनात हैं। आबादी के मानक अनुसार शहर को 700 कर्मचारी केवल नाली और गली की सफाई के लिए चाहिए। जबकि कूड़ा उठाकर गाड़ी से डं¨पग ग्राउंड तक पहुंचाने के लिए करीब 200 कर्मचारी चाहिए। मार्च 2019 तक करीब 25 सफाईकर्मियों की सेवानिवृत्त हो जाएगी। इसलिए आने वाले तीन महीनों में कर्मचारियों की कमी और ज्यादा बढ़ जाएगी। ऐसे में सफाई व्यवस्था आने वाले दिनों में और चौपट होने की संभावना है।
तीन-चार दिन में पहुंचे हैं सफाई कर्मी
अनूपशहर अड्डा निवासी हसरत अली राणा का कहना है कि अनूपशहर अड्डा, स्याना अड्डा, कांशीराम कालोनी, ताज मस्जिद, चालीस फुटा आदि इलाकों में कर्मचारी तीसरे या चौथे दिन दिन सफाई के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में मोहल्ले में गंदगी के अंबार लगे हुए हैं। मोहल्ले में निकलते हैं, तो दुर्गंध आती है। गंदगी के चलते बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है।
ठेके पर कराई जा रही सफाई
सफाई निरीक्षक हेमेंद्र चौधरी का कहना है कि स्थाई कर्मचारी सेवानिवृत होकर कम होते जा रहे हैं। सफाईकर्मियों की कमी है। ठेके पर ही सफाई कराई जा रही है।
12 घंटे में उठना चाहिए कूड़ा : ईओ
प्रभारी ईओ/सिटी मजिस्ट्रेट सर्वेश गुप्ता का कहना है कि कूड़ा 12 घंटे में हर हालत में उठना चाहिए। इसके लिए उन्होंने सार्वजनिक स्थलों पर अपना मोबाइल नंबर भी लिखवाया हुआ है। यदि कूड़ा नहीं उठाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई होगी।
प्रशासन में अटके हैं प्रस्ताव : चेयरमैन
चेयरमैन मनोज कुमार गर्ग का कहना है कि कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए टेंडर फाइल प्रशासन को भेजी है। अभी पुराने टेंडर वाली फाइल पर ही सफाईकर्मी रखे हुए हैं। जैसे ही अनुमति हो जाएगी। सफाईकर्मी टेंडर पर रखे जाएंगे। बिजली लेबर ठेके की शिकायत होने पर मामला मंडलायुक्त के पास अटका है। कई बार मैसेज व पत्र भेज चुके हैं। लेकिन अभी कोई जवाब वहां से नहीं आया है।