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22 टीमों ने गांव-गांव जाकर लगाए कोरोना के टीके

कोरोना टीकाकरण को लेकर शासन काफी गंभीर है। जिससे अधिक से अधिक संख्या में लोगों को टीका लग जाए और कोरोना से बचाव संभव हो सके।

By JagranEdited By: Published: Tue, 03 Aug 2021 09:13 PM (IST)Updated: Tue, 03 Aug 2021 09:13 PM (IST)
22 टीमों ने गांव-गांव जाकर लगाए कोरोना के टीके
22 टीमों ने गांव-गांव जाकर लगाए कोरोना के टीके

बुलंदशहर, जेएनएन। कोरोना टीकाकरण को लेकर शासन काफी गंभीर है। जिससे अधिक से अधिक संख्या में लोगों को टीका लग जाए और कोरोना से बचाव संभव हो सके।

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कोरोना की संभावित तीसरी लहर को ध्यान में देखते हुए व्यापक स्तर पर टीकाकरण किया जा रहा है। मंगलवार को विशेष टीकाकरण अभियान चलाया गया। पहासू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डा. मनोज कुमार ने बताया कि केंद्र को अभियान के लिए 3400 डोज मिली हैं। जिसके लिए क्षेत्र में 22 टीमें लगाई गईं। इन टीमों ने स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ गांव-गांव जाकर टीकाकरण अभियान चलाया है। टीका लगवाने के बाद लोगों को कुछ समय के लिए बैठाया गया और उसके बाद उन्हें कोरोना से बचाव के नियमों के प्रति जागरूक करते हुए जाने दिया गया। केंद्र प्रभारी ने बताया कि क्षेत्र में अधिक से अधिक संख्या में टीकाकरण कराने का प्रयास किया जा रहा है। स्टाक में पर्याप्त मात्रा में मौजूद रेमडेसिविर

बुलंदशहर : कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने को स्वास्थ्य विभाग ने दवा स्टाक करनी शुरू कर दी हैं। फिलहाल जिले में रेमडेसिविर से लेकर अन्य दवाओं का पर्याप्त मात्रा में स्टाक मौजूद है।

कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुटा है। दूसरी लहर में रेमडेसिविर इंजेक्शन की उपलब्धता काफी कम थी। जिससे इस इंजेक्शन की जमकर कालाबाजारी हुई थी। रेमडेसिविर ब्लैक में एक लाख रुपये तक की कीमत में बिक गया था। जिससे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। रेमडेसिविर और फिरपिराविर इंजेक्शन की मांग बढ़ने पर सरकार ने जनपदों में इंजेक्शन समेत अन्य दवाओं की आपूर्ति शुरू की थी। अब स्वास्थ्य विभाग ने संभावित तीसरी लहर से निपटने को रेमडेसिविर से लेकर अन्य दवाओं को स्टाक करना शुरु कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के स्टाक में 1250 रेमडेसिविर समेत अन्य दवा मौजूद हैं। फिलहाल स्टाक में फिरापिराविर मौजूद नहीं है।

विशेष अनुमति पर मिलता है फिरापिराविर

एसीएमओ डा. भूदेव सिंह ने बताया कि फिरापिराविर कमिश्नर की अनुमति से मिलता है। विशेष परिस्थितियों में ही फिरापिराविर कमिश्नर की अनुमति के बाद आपूर्ति होती है।

इन्होंने कहा..

संभावित तीसरी लहर से निपटने को तेजी से इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। जिले में रेमडेसिविर समेत अन्य दवाओं का पर्याप्त मात्रा में स्टाक मौजूद है। घर से बाहर निकलते समय मास्क लगा कर ही निकले। शारीरिक दूरी का पालन करें। सभी लोग वैक्सीनेशन कराएं।

- डा. विनय कुमार सिंह, सीएमओ


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