171 गरीब बच्चों को निजी स्कूल में दिया प्रवेश
बुलंदशहर : गरीब व दुर्बल वर्ग के 25 प्रतिशत बच्चों को निजी स्कूलों में निश्शुल्क प्रवेश प्रक्रिया
बुलंदशहर : गरीब व दुर्बल वर्ग के 25 प्रतिशत बच्चों को निजी स्कूलों में निश्शुल्क प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत कुल 171 बच्चों का प्रवेश हो चुका है। वहीं कई स्कूलों ने मनमानी दिखाते हुए प्रवेश नहीं लिए। विभाग ने इनके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत जिले के शीर्ष दस निजी स्कूलों में 25 प्रतिशत गरीब व दुर्बल आय वर्ग वाले परिवार के बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा का प्रावधान है। यह प्रवेश प्रक्रिया शासन की देखरेख में लक्की ड्रा के माध्यम से की जाती है। अप्रैल माह में शुरू हुई इस प्रकिया में तीन लक्की ड्रा के माध्यम से 171 बच्चों को विभिन्न स्कूलों में प्रवेश दिया गया। हजारों ने किया आवेदन
तीनों लक्की ड्रा के माध्यम से कुल 171 बच्चे ही निजी स्कूलों में प्रवेश ले सके हैं। इस संख्या में और इजाफा हो सकता था, लेकिन कई स्कूलों ने शासनादेश को ठेंगा दिखाकर प्रवेश लेने से इन्कार दिया। दो स्कूलों ने माइनारिटी की कंडीशन बताकर और एक स्कूल ने बिना किसी कारण से प्रवेश लेने से मना कर दिया। बीएसए अंबरीष कुमार ने बताया कि जिस स्कूल ने गरीब बच्चों के निश्शुल्क प्रवेश लेने से इन्कार किया है, उसके खिलाफ दो दिन के भीतर कार्रवाई की जाएगी।