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टीईटी में शामिल हुए 16226 अभ्यार्थी, 1404 ने छोड़ी परीक्षा

जिले के 30 परीक्षा केंद्रों पर बुधवार को टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। दोनों पालियों में कुल 17 हजार 630 अभ्यर्थी पंजीकृत थे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Jan 2020 11:25 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 11:25 PM (IST)
टीईटी में शामिल हुए 16226 अभ्यार्थी, 1404 ने छोड़ी परीक्षा
टीईटी में शामिल हुए 16226 अभ्यार्थी, 1404 ने छोड़ी परीक्षा

बुलंदशहर, जेएनएन। जिले के 30 परीक्षा केंद्रों पर बुधवार को टीईटी (शिक्षक पात्रता परीक्षा) शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गई। दोनों पालियों में कुल 17 हजार 630 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से 16 हजार 226 अभ्यार्थी शामिल हुए, जबकि 1404 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। नकलविहीन परीक्षा के लिए दोनों पालियों में केंद्रों पर उड़न दस्ते दौड़ते रहे।

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सुबह दस बजे से शुरू हुई पहली पाली में जिलेभर के 18 केंद्रों पर प्राथमिक स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा आयोजित हुई। प्राथमिक स्तर पर जिले में 10 हजार 503 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें नौ हजार 682 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 821 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। पहली पाली में अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण थोड़ी अव्यवस्था हुई। केंद्रों के गेट पर सीटिग प्लान को लेकर आपाधापी मची रही। जो अभ्यर्थी प्रवेश पत्र और मार्कशीट लेकर नहीं पहुंचे उनको परीक्षा केंद्र के गेट से लौटा दिया गया। परीक्षा शुरू होने पहले ही अधिकारियों और उड़न दस्तों की गाड़ियां दौड़नी शुरू हो गई।

दूसरी पाली में दोपहर 2:30 बजे उच्च प्राथमिक स्तर के लिए परीक्षा शुरू हुई। इसके लिए सात हजार 127 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। इनमें से छह हजार 544 ने परीक्षा दी, जबकि 583 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। दोनों पालियों में परीक्षा शुरू होने से लेकर समाप्त होने के बाद तक स्टेटिक मजिस्ट्रेट मौजूद रहे। डीएम रविद्र कुमार और एसएसपी संतोष कुमार सिंह, डीआइओएस आरके तिवारी, बीएसए अखंड प्रताप सिंह समेत सभी तहसीलों के एसडीएम व सीओ भी परीक्षा केंद्रों पर पहुंचे और निरीक्षण किया। परेशान रहे अभ्यर्थी

जिलेभर में पचास से अधिक ऐसे अभ्यर्थी भी पहुंचे, जोकि प्रवेशपत्र और अंकतालिका लेकर नहीं पहुंचे थे। इनको परीक्षा में शामिल नहीं होने दिया गया। परीक्षा शुरू होने के आधा घंटे से अधिक देरी से भी दस से अधिक परीक्षार्थी पहुंचे। उनको भी रोक दिया गया। ऊटरावली की छाया और पहासू की मोनी ने बताया कि वह प्रवेशपत्र भूल गईं। इसलिए परीक्षा छूट गई। अब बिना परीक्षा ही वापस जाना पड़ेगा। बूंदाबांदी से परेशानी

पहली पाली की परीक्षा छूटने और दूसरी पाली की परीक्षा शुरू होने के समय बूंदाबांदी शुरू हो गई। इसके चलते अभ्यर्थियों को परेशानी उठानी पड़ी। कई महिला अभ्यर्थी अपने छोटे बच्चों के साथ केन्द्र पर पहुंची। केन्द्र के बाहर उनके साथ आए परिजनों ने बच्चों को परीक्षा के दौरान संभाला। इन्होंने कहा.

जिले में शांतिपूर्ण और नकलविहीन परीक्षा हुई है। परीक्षा में स्टेटिक मजिस्ट्रेट, पर्यवेक्षक और केंद्र व्यवस्थापकों ने पूरी सतर्कता से ड्यूटी दी है। सभी केंद्रों पर समय से परीक्षा शुरू हुई। परीक्षा में शामिल होने से उन्हीं अभ्यर्थियों को रोका गया, जिनके पास प्रवेशपत्र नहीं था।

-आरके तिवारी, डीआइओएस


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