चाहरदीवार से बाहर निकल समाज का नेतृत्व करें महिलाएं
चांदपुर (बिजनौर) : मंडलीय विकास संस्थान के तत्वावधान में अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व विकास न
चांदपुर (बिजनौर) : मंडलीय विकास संस्थान के तत्वावधान में अल्पसंख्यक महिलाओं में नेतृत्व विकास नई रोशनी विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें वक्ताओं ने कहा कि महिलाएं बराबरी का दर्जा मिलने के बाद भी घर की चाहरदीवारी के बारे में सोचती हैं। खासकर मुस्लिम महिलाएं आज भी दोहरे असमंजस की शिकार हैं।
मोहल्ला मुफ्तीसराय में छह दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। विधायक कमलेश सैनी ने कार्यशाला की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि भारत में मुस्लिम समुदाय की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक स्थिति अभी भी खराब है। जिसका उल्लेख सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में है। अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय नई दिल्ली ने नई रोशनी योजना की शुरुआत की है। जिसके जरिए स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल और महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर ध्यान दिया जाएगा। महिलाओं की क्षमता नेतृत्व कराने का मुख्य उद्देश्य यह है कि वह चाहरदीवारी से बाहर निकलकर अपने परिवार, समाज का नेतृत्व कर सकें। एक अच्छी मां एक समाज का निर्माण करती है। इलियास अंजुम ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मुस्लिम समाज आज भी पिछड़ा हुआ है। कार्यशाला में 18 से 50 उम्र की महिलाओं ने भाग लिया। जिन्हें लाभांवित किया गया। कार्यक्रम में हरिराज ¨सह, पुखराज, सुनील सैनी, शादाब अंजुम, फहद अंजुम, अंजुम, इकरा अन्सारी आदि ने विचार रखे।