लीड..02 बिजडी 6 से 7, पीएसी छावनी की स्थापना के विरोध में उतरे ग्रामीण
बिजनौरजेएनएन। खादर क्षेत्र के गांव चंपतपुर चकला में पीएसी छावनी स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू होते ही ग्रामीणों ने विरोध में उतर आए हैं। छावनी के लिए भूमि अधिग्रहित होने की आशंका के चलते ग्रामीणों को यहां विस्थापित होने डर सता रहा है। मंगलवार को अफजलगढ़ क्षेत्र के पूर्व विधायक डा. इंद्रदेव सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इसका विरोध दर्ज कराया। स्थानीय अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराकर मुख्यमंत्री के नाम पत्र भी भेजा है।
पीएसी छावनी की स्थापना के विरोध में उतरे ग्रामीण
बिजनौर,जेएनएन। खादर क्षेत्र के गांव चंपतपुर चकला में पीएसी छावनी स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू होते ही ग्रामीणों ने विरोध में उतर आए हैं। छावनी के लिए भूमि अधिग्रहित होने की आशंका के चलते ग्रामीणों को यहां विस्थापित होने डर सता रहा है। मंगलवार को अफजलगढ़ क्षेत्र के पूर्व विधायक डा. इंद्रदेव सिंह के नेतृत्व में ग्रामीणों ने इसका विरोध दर्ज कराया। स्थानीय अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराकर मुख्यमंत्री के नाम पत्र भी भेजा है।
पूर्व विधायक डा. इंद्रदेव सिंह के निवास पर गांव चंपतपुर चकला के ग्रामीण एकत्र हुए। उन्होंने गांव में पीएसी छावनी स्थापित किए जाने के प्रस्ताव का विरोध किया। इस दौरान डॉ. इंद्रदेव सिंह ने कहा कि पूर्व की सरकारों में भी पीएसी छावनी स्थापित करने का प्रस्ताव हुआ था, लेकिन क्षेत्र और ग्रामीणों की वस्तुस्थिति से सरकार को अवगत कराने के बाद इस पर काम नहीं हुआ। अब फिर से यह प्रस्ताव हुआ है। जिसके चलते शासन के निर्देश पर कुछ समय पहले पीएसी के आइजी अमित चंद्रा सहित अधिकारियों ने गांव चंपतपुर चकला सहित आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण किया। कहा कि जिस जमीन पर छावनी की स्थापना पर विचार किया जा रहा है, वह देश के बंटवारे के समय पाकिस्तान से आए हिदुस्तानी शरणार्थियों को दी गई थी। आज तीन पीढ़ी बीत चुकी हैं, जहां हिदू और सिख बसे हुए हैं। यहां के निवासियों के पास आधार कार्ड और मतदाता भी हैं। छावनी की प्रस्तावित जगह पर इस समय मंदिर, गुरुद्वारा, प्राथमिक व जूनियर विद्यालय, पक्की सड़कें और विद्युत लाइन आदि सभी हैं। ऐसे में यदि सरकार यहां छावनी स्थापित करती है तो ये लोग उजड़ जाएंगे।
लोगों को उजाड़ने का किया जा रहा प्रयास
ग्रामीण हरकिशन चंद्र, मनजीत सिंह, भजनलाल, हाकम राम और गुलाब राम आदि का कहना है कि एक ओर तो सरकार सीएए कानून के तहत हिदू और सिखों को देश में शरण दे रही है, वहीं पहले से बसे लोगों को उजाड़ा जा रहा है। खादर के गांव का कुछ क्षेत्र नगीना तहसील में है, इस संबंध में पूर्व विधायक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने नगीना एसडीएम व सीओ को इस समस्या से अवगत कराया। इस दौरान ताराचंद, बूटा राम, बलविदर सिंह, जोगिदर सिंह, कुलदीप सिंह, पूरन चंद, सुखविदर सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।