शक ने अंकित को बनाया 'सनकी' और बुझा दिए दो चिराग
कि वह सनकी हो गया था। आशीष को बुलाने के लिए उसने शुभम का इस्तेमाल किया। उसे शक था कि शुभम जिदा रहता तो उनके साथ वारदात कर सकता है। इसलिए दोनों भाइयों को ही ठिकाने लगाने की साजिश रची थी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। दोनों को जेल भेज दिया गया। दोहरा हत्याकांड का राजफाश करने की टीम में एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव सीओ अर्चना सिंह थाना प्रभारी संजय धीर व स्वाट प्रभारी कृष्ण मुरारी दोहरे शामिल रहे।
बिजनौर, जेएनएन। गांव बांकपुर से सगे भाइयों की हत्या के मुख्य आरोपित अंकित अपनी पत्नी पर की गई टिप्पणी से शक करने लगा था। शक की वजह से वह 'सनकी' जैसी हरकतें करने लगा था। इसी फितरत ने एक परिवार के दोनों चिराग बुझा दिए। शातिराना अंदाज से आशीष को बुलाने के लिए उसने शुभम का इस्तेमाल किया। शराब पिलाकर अंकित ने सलमान के साथ मिलकर पहले वार में शुभम और दूसरे में आशीष को ढेर कर दिया। पुलिस ने हत्यारोपितों के पास से कार, दो फावड़े, शराब की बोतलें और कपड़े बरामद किए हैं।
थाना कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव बांकपुर निवासी शुभम (19) और आशीष (16) पुत्रगण देवेंद्र सिंह रविवार शाम संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए थे। सोमवार रात देवेंद्र सिंह ने थाना कोतवाली देहात में बेटों की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। मंगलवार दोपहर गांव से दो किमी दूर खेत में शव मिले थे।
गुरुवार को एसपी संजीव त्यागी ने पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस वार्ता में बताया कि दोहरे हत्याकांड में पुलिस ने गांव के ही अंकित पुत्र सुभाष व सलमान पुत्र अनीस को गिरफ्तार किया है। उनके पास से आला कत्ल दो फावड़े व कार बरामद हुई है। एसपी ने बताया कि अंकित, सलमान, शुभम व आशीष चारों दोस्त थे। आशीष ने अंकित की पत्नी को लेकर सार्वजनिक स्थान पर टिप्पणी कर दी थी। इस पर वह खफा था और आशीष पर शक करने लगा था। धीरे-धीरे वह उससे नफरत करने लगा। उसने सलमान के साथ आशीष की हत्या करने की योजना बनाई। उसने शराब की दावत अपने कुएं पर रखी। पहले शुभम को बुलाया। शुभम से फोन करा कर आशीष को बुलाया। खुद उसने कम शराब पी। इसके बाद बची एक बोतल को वह ईख के खेत में छिपाने चला गया। वहां से फावड़ा उठाकर लाया। सलमान के साथ मिलकर पहला वार शुभम के सिर पर किया। वह गिर गया। तुरंत ही उसने आशीष पर फावड़े से वार किया। दोनों भाइयों के गिरने के बाद ताबड़तोड़ वार कर दोनों को मार दिया।
इसके बाद रात दस बजे घर से गाड़ी ले गया और शवों को भगैन के जंगल में फेंक दिया। एसपी ने बताया कि उसे शक था कि शुभम जिंदा रहा तो अपने भाई की हत्या का बदला जरूर लेगा। इसलिए दोनों भाइयों को मार डाला। पुलिस ने दोनों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। दोहरा हत्याकांड का राजफाश करने वाली टीम में एसपी देहात विश्वजीत श्रीवास्तव, सीओ अर्चना सिंह, थाना प्रभारी संजय धीर व स्वाट प्रभारी कृष्ण मुरारी दोहरे शामिल रहे।