बिजनौर के वैज्ञानिक मयंक चौधरी को मिला यंग इंजीनियर अवार्ड
बिजनौर के वैज्ञानिक मयंक चौधरी को मिला यंग इंजीनियर अवार्ड बिजनौरजेएनएन। किसान के बेटे मयंक चौधरी ने यंग इंजीनियर अवार्ड पाकर अपने गांव ही नहीं बल्कि जनपद का नाम देश में रोशन किया।
बिजनौर के वैज्ञानिक मयंक चौधरी को मिला यंग इंजीनियर अवार्ड
बिजनौर,जेएनएन। किसान के बेटे मयंक चौधरी ने यंग इंजीनियर अवार्ड पाकर अपने गांव ही नहीं, बल्कि जनपद का नाम देश में रोशन किया।
मयंक चौधरी गत 30 अक्टूबर को मुंबई के भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र में यंग इंजीनियर आवर्ड से सम्मानित हुए। यह सम्मान 35 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिक को मिलता है। उन्हें यह सम्मान एटोमिक एंर्जी कमीशन के चेयरमैन कमलेश नीलकंठ व्यास एवं भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र के पूर्व डायरेक्टर डा. एएन प्रसाद ने दिया।
हल्दौर ब्लाक के ग्राम बधावा में किसान हरवीर सिंह के पुत्र मयंक चौधरी ने प्रारंभिक शिक्षा जिले में ही प्राप्त की। उन्होंने दसवीं तक की शिक्षा सेंटमेरी स्कूल बिजनौर और 12वीं तक की पढ़ाई डीडीपीएस बिजनौर से प्राप्त की। इसके बाद बीटेक की शिक्षा एमआइटी मुरादाबाद एवं एमटेक की शिक्षा होमी भाभा इंस्टीट्यूट मुंबई से प्राप्त की।
मयंक चौधरी ने 2009 में गेट की परीक्षा पास की। परीक्षा में अच्छी रैंक प्राप्त होने पर उन्हें परमाणु विभाग में इंटरव्यू के लिए आमांत्रित किया गया। वर्ष 2009 में ही उनका चयन परमाणु ऊर्जा विभाग में वैज्ञानिक अधिकारी के पद पर भारी पानी सयंत्र में मनुगुरु तेलांगाना में हुआ।
उन्होंने बताया कि तीस अक्टूबर को डा. होमी जहांगीर भाभा की 110वीं जयंती पर आयोजित फाउंडर्स-डे कार्यक्रम में उन्हें यंग इंजीनियर अवार्ड से नवाजा गया। सम्मान में गोल्ड मेडल, पचास हजार रुपये धनराशि एवं प्रशस्ति प्रमाण पत्र मिला।
मयंक चौधरी ने अपनी सफलता का श्रेय माता राजेश चौधरी-पिता हरवीर सिंह, दादा चौधरी नंदकिशोर सिंह व दादी ओमवती देवी एवं गुरुजनों को दिया।